भीलवाड़ा। लंबे समय से प्रतीक्षित एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को तकनीकी मंजूरी मिल गई है। प्री-फिजिबिलिटी सर्वे रिपोर्ट में इस योजना को उपयुक्त माना गया है और रिपोर्ट नगर विकास न्यास (uit) सचिव ललित गोयल को सौंप दी गई है। अब यूआईटी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की दिशा में काम शुरू करेगा।
पहले यह एलिवेटेड रोड गायत्री आश्रम तिराहे से रामधाम चौराहे तक प्रस्तावित था, लेकिन रेलवे की ओर से रामधाम के पास आरओबी प्रस्तावित होने के कारण अब यह सड़क रिलायंस मॉल तक ही बनाई जाएगी। नए प्रस्ताव के अनुसार एलिवेटेड रोड की लंबाई 2.640 किलोमीटर होगी और इसकी अनुमानित लागत करीब ₹322 करोड़ होगी।
चार लेन का यह एलिवेटेड रोड 30-30 मीटर के कुल 62 स्पान पर आधारित होगा, जिसमें 37.28 मीटर हिस्सा रेलवे क्षेत्र में आएगा। रोड गायत्री आश्रम टी-जंक्शन से शुरू होकर यूआईटी के पुराने कियोस्क के पास से पुलिस लाइन की ओर जाएगा, फिर पुलिस लाइन अंडरब्रिज से होते हुए मेवाड़ मिल, सर्किट हाउस, गंगापुर तिराहा और रेलवे फाटक को पार करता हुआ रिलायंस मॉल तक पहुंचेगा।
कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई बैठक में विधायक अशोक कोठारी और महापौर राकेश पाठक के सुझाव पर सर्किट हाउस चौराहे पर एलिवेटेड रोड की एक शाखा (ब्रांच) जोड़ने का निर्णय भी लिया गया है।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य शहर के तीन प्रमुख ट्रैफिक प्वाइंट्स — अजमेर चौराहा, गंगापुर तिराहा और वीर तेजा चौराहा — पर यातायात का दबाव कम करना है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिदिन गंगापुर तिराहा से सबसे अधिक 82,484 वाहन गुजरते हैं। वहीं, वीर तेजा सर्किल से 76,576 और अजमेर चौराहा से 66,060 वाहन प्रतिदिन निकलते हैं।
इस एलिवेटेड रोड से न केवल शहर की यातायात व्यवस्था सुगम होगी, बल्कि लोगों को ट्रैफिक जाम की परेशानी से भी बड़ी राहत मिलेगी।
