जिला साहित्यकार परिषद की मासिक काव्य गोष्ठी संपन्न, भावनाओं और विचारों का हुआ सृजनात्मक संगम

Update: 2025-12-22 17:59 GMT


भीलवाड़ा

जिला साहित्यकार परिषद की मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन स्थानीय सिंधुनगर स्थित हेमू कालाणी विद्यालय परिसर में किया गया। गोष्ठी में साहित्यकारों और कवियों ने विविध विषयों पर सप्तरंगी, हृदयस्पर्शी और सशक्त रचनाओं की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दयाराम मेठानी ने की, जबकि संचालन जयप्रकाश भाटिया ने किया।

गोष्ठी का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ। इसके पश्चात बंशी लाल पारस ने जीवन और कविता की संवेदनाओं को अभिव्यक्त करती रचना प्रस्तुत की। श्याम सुंदर तिवारी मधुप ने देशभक्ति से ओतप्रोत कविता सुनाकर वीर शहीदों को नमन किया। सुश्री दीक्षा पंचोली ने जो खो गया है उसे ढूंढने की वेदना को शब्दों में पिरोया। श्रीमती दिव्या ओबेरॉय ने मां को सृष्टि की आदि और ईश्वर का प्रतिरूप बताते हुए मार्मिक प्रस्तुति दी।




 


राजेंद्र पोरवाल ने राष्ट्रगीत वंदे मातरम पर आधारित रचना प्रस्तुत की। बृज सुंदर सोनी ने शहरी जीवन की तन्हाइयों को शब्द दिए। राजेश मित्तल ने कविता की परिभाषा और उसकी आत्मा पर विचारोत्तेजक रचना सुनाई। श्रीमती गायत्री सरगम ने पुराने और नए वर्ष के परिवर्तन को काव्यात्मक रूप में प्रस्तुत किया। दिनेश दिवाना ने प्रेम और श्रद्धा की पीड़ा को स्वर दिया। डॉ अवधेश जौहरी ने इश्क और दर्द की भावनाओं से सजी रचना सुनाई। अजीज जख्मी ने चांद और यादों के प्रतीक के माध्यम से गज़लनुमा प्रस्तुति दी।

जयप्रकाश भाटिया ने मायड़ भाषा में दोहे प्रस्तुत कर श्रोताओं की विशेष सराहना प्राप्त की। अध्यक्षीय उद्बोधन में दयाराम मेठानी ने जीवन संघर्ष और जिम्मेदारियों पर आधारित रचना सुनाकर खूब वाहवाही लूटी।

गोष्ठी में मनोहर कुमावत, गोपाल शर्मा और सुश्री दीपिका शर्मा ने भी अपनी कविताएं प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम के दौरान शिव प्रकाश महादेवा ने माउथ आर्गन पर देशभक्ति गीतों की मधुर प्रस्तुति देकर वातावरण को भावपूर्ण बना दिया।

काव्य गोष्ठी में साहित्य प्रेमियों की उपस्थिति ने आयोजन को यादगार बना दिया और साहित्यिक संवाद की एक सशक्त कड़ी को आगे बढ़ाया।

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