अरावली बचाओ पदयात्रा, रामलाल जाट ने आमजन से संरक्षण की अपील की

Update: 2025-12-28 15:24 GMT


भीलवाड़ा। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस देहात जिलाध्यक्ष रामलाल जाट के नेतृत्व में जिले में अरावली बचाओ जन जागरण पदयात्रा निकाली गई। यह पदयात्रा प्रदेशभर में चल रहे अरावली श्रृंखला बचाओ अभियान के तहत आयोजित की गई। पदयात्रा अरावली की पहाड़ियों में स्थित सूरज चौराहे से शुरू होकर बी माता मंदिर तक करीब चार किलोमीटर की दूरी तक निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

पदयात्रा के दौरान आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए रामलाल जाट ने अरावली पर्वत श्रृंखला के ऐतिहासिक और पर्यावरणीय महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अरावली विश्व की प्राचीनतम पर्वत श्रृंखलाओं में से एक है, जिसका अस्तित्व हिमालय से भी पहले का माना जाता है। यह पर्वत श्रृंखला जैव विविधता से समृद्ध है और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में इसकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।

रामलाल जाट ने बताया कि लगभग 700 किलोमीटर लंबी अरावली पर्वत श्रृंखला चार राज्यों में फैली हुई है। इसके कारण ही राजस्थान में रेगिस्तान के विस्तार पर नियंत्रण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अरावली अनेक वन्य जीवों का प्राकृतिक आश्रय है और जल संरक्षण के साथ साथ पर्यावरण संतुलन में भी इसकी अहम भूमिका है।

उन्होंने कहा कि अरावली का सबसे बड़ा हिस्सा राजस्थान में स्थित है, इसलिए इसका संरक्षण राज्य के भविष्य से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। जाट ने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट में भाजपा सरकार की ओर से अरावली की गलत परिभाषा प्रस्तुत की गई, जिससे इस प्राचीन पर्वत श्रृंखला पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।

रामलाल जाट ने आमजन से अपील की कि वे अरावली के संरक्षण के लिए जागरूक हों और इसके बचाव की लड़ाई में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि अरावली बचेगी तभी पर्यावरण सुरक्षित रहेगा और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संरक्षित रह सकेगा।

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