नगर निगम की लापरवाही उजागर, वार्ड 15 का महिला स्नानघर बना सीमेंट का गोदाम
भीलवाड़ा हलचल। शहर में जहां एक ओर प्रशासन अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर सक्रियता दिखा रहा है, वहीं दूसरी ओर नगर निगम की लापरवाही से सरकारी संपत्तियों का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है। वार्ड नंबर 15 में महिलाओं की सुविधा के लिए बना सरकारी महिला स्नानघर इस समय पूरी तरह बंद पड़ा है और उसे निजी गोदाम की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार चालू हालत में बने इस महिला स्नानघर के भीतर लगभग ढाई सौ कट्टे सीमेंट भर दिए गए हैं, जिससे स्नानघर पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। महिलाओं के लिए बनाई गई इस जरूरी सुविधा पर ताला लग जाने से वार्ड की महिलाएं परेशान हैं और उन्हें मजबूरी में अन्य असुविधाजनक विकल्प अपनाने पड़ रहे हैं।
भाजपा कार्यकर्ता प्रेमसिंह बालेछा ने बताया कि इस गंभीर मामले की जानकारी नगर निगम आयुक्त, स्थानीय पार्षद सहित संबंधित अधिकारियों को लिखित और मौखिक रूप से दी जा चुकी है। इसके अलावा राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई गई है, लेकिन दो दिन बीत जाने के बावजूद न तो सीमेंट हटाया गया और न ही स्नानघर को दोबारा चालू किया गया।
वार्डवासियों में इस बात को लेकर रोष है कि प्रशासन को शहर के अन्य अतिक्रमण तो साफ दिखाई देते हैं, लेकिन सरकारी सुविधा पर किया गया यह अतिक्रमण नजरअंदाज किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भारी मात्रा में सीमेंट रखना सुरक्षा की दृष्टि से भी खतरनाक है और किसी भी अनहोनी की स्थिति में जिम्मेदारी किसकी होगी, यह बड़ा सवाल है।
प्रेमसिंह बालेछा ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक महिला स्नानघर को खाली कर महिलाओं के लिए पुनः शुरू नहीं किया जाता, तब तक विरोध जारी रहेगा। उनका कहना है कि महिलाओं से जुड़ी इस मूलभूत सुविधा को छीना जाना किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
