जिले में 2 लाख 43 हजार से अधिक बच्चों को पिलाई जायेगी पोलियो की खुराक

Update: 2024-06-26 12:27 GMT

भीलवाड़ा। जिला कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति/जिला टास्क फॉर्स समिति (एडल्ट बीसीजी वेक्सीनेशन) व जिला स्तरीय पल्स पोलियो टॉस्क फोर्स की बैठक का आयोजन बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। बैठक में बताया गया कि जिले में राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का आयोजन 30 जून को किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत पोलियो से सुरक्षा के लिए जन्म से 5 साल तक के लक्षित प्रत्येक बच्चे को दवा पिलाई जाएगी।

जिला कलक्टर मेहता ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में चिकित्सा अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि पोलियो अभियान के दौरान प्लान बनाकर जिले के शत-प्रतिशत बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाने के लिए टीमों का गठन किया जाए। बूथ कवरेज बढाने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग प्राप्त किया जाये। ब्लॉक स्तर पर सुपर विजन हो एवं इसकी मॉनीटरिंग जिला स्तर पर हो ताकि अभियान में शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल किया जा सके। जिले में लगभग 2 लाख 43 हजार 878 से अधिक बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की है कि 30 जून को अपने 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की दवाई अवश्य पिलवाएं।

बैठक के दौरान पीएमओ डॉ अरूण गौड़, अति सीएमएचओ डॉ रामकेश गुर्जर, डीटीओ डॉ प्रदीप कटारिया, डब्ल्यूएचओ से डॉ पंकज, जिला कार्यक्रम प्रबंधक योगेश वैष्णव, डीएएम अरविन्द शर्मा, स्वास्थ्य निरीक्षक राजेन्द्र पारीक, स्वास्थ्य संस्थाओं के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अन्य प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें।

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला कलक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि भीलवाडा जिला स्वास्थ्य सूचकांकों में बेहतर स्थिति में हो, इसके लिए सभी अधिकारी/कार्मिक रूचि लेकर स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए कार्य करें, जिससे की आमजन को राज्य सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आमजन को मिल सके। बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने निःशुल्क दवा व निःशुल्क जांच योजना, ई-केवाईसी, आयुष्मान कार्ड वितरण, एएनसी रजिस्ट्रेशन, संस्थागत प्रसव, पूर्ण टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम, मौसमी बीमारियों सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा कर कम प्रगति वाले ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा अधिकारियों व कार्मिकों को फिल्ड में ज्यादा काम कर बेहतर लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश दिये। बैठक में जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में अधिकाधिक पैकेज बुक कर मरीजों को स्वास्थ्य लाभ देने, ‘‘शुद्व आहार-मिलावट पर वार’’ अभियान के दौरान जिले में निरन्तर कार्यवाही करने के साथ ही वर्षा के दिनों में वाटर प्लान्ट को चेक करने, एएनसी रजिस्ट्रेशन में कमजोर प्रगति में सुधार के लिए आशा व एएनएम को पाबन्द करने तथा क्वालिटी पूर्ण पीने के साफ पानी की सप्लाई करने, जननी सुरक्षा व राजश्री योजना में भुगतान में आ रही कमियों में सुधार कर भुगतान की कार्यवाही करने, गुड सेमरिटन योजना का प्रचार प्रसार करने सहित किसी भी तरह की बीमारी फैलने पर अविलंब इसकी सूचना जिला स्तर पर करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों व चिकित्सकों को दिये।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ चेतेन्द्र पुरी गोस्वामी ने बैठक के दौरान स्लाईड शो के माध्यम से विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति से जिला कलक्टर को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पोलियो अभियान के दौरान निर्माणाधीन इमारतों, ईंट भट्टे, क्रेशर पर काम करने वाले मजदूरों के बच्चों एवं घुमंतू आबादी के बच्चों को दवा पिलाने के लिए मोबाइल टीम बनाई गई है। जिले से बाहर जाने वाले एवं जिले में आने वाले 5 साल तक के प्रत्येक बच्चे को दवा पिलाने के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड एवं नाकों पर ट्रांजिट टीम तैनात रहेगी।

18 वर्ष से ऊपर वालों को लगेंगे एडल्ट बीसीजी के टीके-

कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला टास्क फॉर्स समिति (एडल्ट बीसीजी) वेक्सीनेशन बैठक में जिला कलक्टर नमित मेहता ने जिले में शुरू किये जाने वाले वयस्क बीसीजी टीकाकरण अभियान के सफल संचालन को लेकर टीकाकरण से जुड़े बिंदुओं पर चिकित्सा अधिकारियों से स्लाईड शो के माध्यम से जानकारी प्राप्त की। अभियान में 18 साल से अधिक उम्र के 6 श्रेणियों के लाभार्थी व्यक्तियों को सहमति के आधार पर बीसीजी का टीका लगाया जाएगा। जिन व्यक्तियों को पहले टीबी की बीमारी हुई हो, टीबी मरीजों के संपर्क में रहने वालों, 60 साल व उससे अधिक के बुजुर्ग, कुपोषित वयस्क, धूम्रपान करने वालों व मधुमेह के मरीजों को टीका लगाया जाएगा। कार्यक्रम की सफलता के लिए जिला कलक्टर ने फिल्ड में सर्वे कर ऐसे लोगों को चिह्नित कर शत-प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करने के चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये। सीएमएचओ डॉ गोस्वामी ने बताया कि वर्ष 2025 तक देश को पूर्ण टीबी मुक्त देश बनाया जाना है। टीबी केसेज रोकथाम के लिए एडल्ट बीसीजी टीकाकरण अभियान में प्रदेश में भीलवाडा व झुंझुनू जिले को चुना गया है। जिले में इसके लिए पूर्ण तैयारियां की जा रही है। जिले में बेहतर लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अधिकारी/कार्मिकों व स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि एडल्ट बीसीजी का टीका टीबी रोग की रोकथाम एवं बीमारी को गंभीर होने से बचाने के लिए लगाया जाता हैं।

Tags:    

Similar News