जनसंख्या संतुलन के लिए प्रधानमंत्री के नाम सोपा ज्ञापन
भीलवाड़ा (लकी शर्मा) जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने JSF राष्ट्रीय सचिव हिमांशु शुक्ला के नेतृत्व में जनसंख्या विस्फोट एवं जनसंख्या असंतुलन जैसी भीषण समस्या से उत्पन्न हो रहे संभावित गृह युद्ध के खतरे को रोकने के लिए एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज़िला संयोजिका अंजलि हेमनानी ने बताया की अंधाधुंध संतानोत्पति करने की प्रवृत्ति पर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर अंकुश लगाने में एक-एक पल की देरी भारत और भारतीय संस्कृति के लिए पूर्व की भांति ही विघटनकारी साबित हो सकती है। एक वर्ग विशेष द्वारा रणनीति के तहत जानबूझकर बढ़ाई जा रही जनसंख्या और सनातन समाज की युवा पीढ़ी में एक बच्चे तक सीमित रहने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण देश के अनेकों भागों में 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों में जनसंख्या का संतुलन उसे पर वर्ग विशेषविशेष के पक्ष में झुकता दिखने लगा है। भारत जनसंख्या में धार्मिक संतुलन के कारण हुए विघटन के दंश का प्रत्यक्ष भुक्तभोगी है, परंतु पूर्व की सरकारों की विभाजन के तुरंत बाद से जारी तुष्टिकरण की नीति के चलते अब फिर से वैसे ही परिस्थितियों निर्मित होती दिखाई दे रही है।
कार्यकर्ताओं ने आगे बताया कि विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच जनसंख्या का अनुपात वर्तमान अनुपात के अनुसार बनाए रखने के उद्देश्य से जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग को लेकर जनसंख्या समाधान फाउंडेशन द्वारा विगत लगभग 11 वर्षों से हजारों छोटी बड़ी सभाएं धरना प्रदर्शन सांसद संवाद कार्यक्रम राष्ट्रपति सहित महत्वपूर्ण लोगों से भेंट आदि के रूप में राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं संगठन के मुख्य संरक्षण डॉक्टर इंद्रेश कुमार जी एम केंद्रीय मंत्री श्री गिरिराज सिंह जी सहित 125 सांसदों का समर्थन प्राप्त है। कार्यक्रम में संगठन के अमित मेहता, गौरव जीनगर,पवन त्रिपाठी,मनोज सोमानी, छोटू माली,ऋषभ पारिक , चन्द्रशेखर शर्मा, अनमोल मीना, एव कई कार्यकर्ता मोजूद रहे।