बनकाखेड़ा जीएसएस किसानों ने किया घेराव, व्यवस्थापक पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप

Update: 2024-07-22 14:29 GMT

 

सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- कस्बे के निकटवर्ती बनकाखेड़ा गांव में ग्राम सेवा सहकारी समिति का आज सोमवार को खाताधारक किसानों ने घेराव कर नारेबाजी करते हुए व्यवस्थापक पर किसानों के पैसे खाने व धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए व्यवस्थापक को हटाने की मांग की, जिसमें पूर्व में ग्रामीणों ने बड़लियास थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया । सोमवार को ग्राम सेवक सहकारी समिति खुला तो किसान ग्राम सेवा सहकारी समिति पर एकत्रित होकर घेराव किया तथा नारेबाजी करते हुए व्यवस्थापक के खिलाफ नारेबाजी की, सोमवार को बड़ी संख्या में खाताधारक किसान ग्राम सेवा सहकारी समिति पर पहुंचे, जहां ग्राम सेवा सहकारी समिति पर जमकर नारेबाजी की, जिसमें जीएसएस को बंद करने के साथ ही व्यवस्थापक को हटाने की मांग की । इस पर्व पीड़ित खाता धारक किसानों ने 19 जुलाई को बड़लियास थाने में अशरफ मेवाती पिता बदरुद्दीन मेवाती निवासी नेहरू नगर कोटड़ी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया, जिसमें बताया गया कि प्रार्थी भंवर लाल पिता नन्दा जाट निवासी बनकाखेड़ा ने ग्राम सेवा सहकारी समिति से 13500 शुरुआत में ऋण लिया, इसके बाद बढ़ा हुआ लोन कभी नहीं मिला, हर बार अंगूठे का निशान लगाकर ऋण नया पुराना किया जाता था, इसके बाद भंवरलाल ने 1 दिसंबर 2022 को बकाया 27400 जमा करवाकर व्यवस्थापक मेवाती से अबकाया प्रमाण पत्र प्राप्त किया, इसके बाद भी दी सेन्ट्रल कॉ-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड कोटडी में पता किया तो भंवरलाल के 27413 रुपए अभी भी बाकी चल रहे हैं । इसी प्रकार भवानीराम पिता छीतरमल रेगर निवासी बनकाखेड़ा ने ग्राम सेवा सहकारी समिति से 22500 की ऋण लिया, इनको भी बढ़ा हुआ ऋण कभी नहीं मिला और हर बार अंगूठे लगाकर ऋण नया पुराना किया जाता था, 3 जनवरी 2024 को बकाया 34819 रुपए जमा करवा कर व्यवस्थापक मेवाती से अबकाया प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद भी कॉ-ऑपरेटिव बैंक से अभी भी 34975 रुपए बाकी चल रहे हैं । वहीं तीसरी प्रार्थी चांदी देवी पत्नी भवानी राम रेगर निवासी बनकाखेड़ा ने ग्राम सेवा सहकारी समिति से 31200 का शुरुआती ऋण पास हुआ, उसमें से चांदी देवी को 28000 रुपए दिए, इनको भी कभी बढ़ा हुआ लोन नहीं मिला था, हर बार अंगूठा लगाकर ऋण नया पुराना किया जाता था, 3 जनवरी 2024 को 53275 जमा करवा कर व्यवस्थापक मेवाती से अबकाया का प्रमाण पत्र प्राप्त किया, इसके बाद भी कॉ-ऑपरेटिव बैंक कोटड़ी अभी भी 53275 बकाया बता रहा है, व्यवस्था अशरफ मेवाती के द्वारा लोन के पैसे प्राप्त करने के बावजूद भी बैंक में जमा नहीं करवा कर पैसे खाने का आरोप लगाते हुए आज खाताधारक किसानों ने बनका का खेड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति का घेराव करते हुए नारेबाजी की, जिसमें व्यवस्थापक मेवाती को हटाने की मांग करते हुए खाताधारक किसानों को न्याय दिलाने की मांग की । इस दौरान रणजीत सिंह, कमलेश जाट, शंकरलाल जाट, चंदा देवी, नारायण लाल शर्मा, गणेश जाट, जगदीश जाट, कैलाश चंद्र रेगर, नाथू बलाई, चतर सिंह, भवानी राम जाट, नन्दलाल भील, कैलाश शर्मा, राजेश शर्मा, दिनेश शर्मा, सांवरमल आचार्य, देवराज जाट, भैरुलाल जाट, कल्याण सिंह सहित अन्य कई किसान मौजूद रहे ।।

इनका ये कहना

मैं भी इस बैंक का सदस्य हूं मैंने करीब ₹10000 का लोन लिया, लेकिन मुझे पेमेंट नहीं दिया गया जब मैं दबाव दबाव बनाया व थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद आज सोमवार को मेरे खाते में 9600 डाले गए, मेरे जैसे कई किसान है, जो लेनदेन में नहीं समझते हैं, जिसका व्यवस्थापक आदान-प्रदान करने नाम पर लाखों रुपए खा जाते हैं, बीमा व बढ़ोतरी के जो पैसे आते हैं वह किसान को नहीं देते हैं ।।

शंकरलाल जाट खाताधारक

जीएसएस से लोन लिया, हमने पैसे जमा करवा दिए लेकिन हमे नो ड्यूज दे दिया, कोऑपरेटिव बैंक से बार-बार फोन आ रहे हैं कि पैसे जमा करवाओ, मैं थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई ।।

चंदा देवी रेगर खाताधारक

मैंने जीएसएस में ₹25000 का लोन लिया, दो बार मैंने जमा करवाने के बाद बड़ी मुश्किल से दो बार 5-5 हजार दिये और बढाये हुए पैसे का नहीं दिए इसके बाद भी अब तक मेरे खाते में 80-85 हजार बकाया बता रहे हैं, इसे लेकर मैंने जनप्रतिनिधि कन्हैयालाल जाट, जीएसएस अध्यक्ष चंद्र प्रकाश गाडरी व अन्य से फोन करवाया तो इसके बाद मुझे धमकी दी, कि नो ड्युज ले जा, हमको ऐसी जीएसएस नहीं चाहिए इनको बंद कर दो ।।

नारायण लाल शर्मा कंवलियास खाताधारक

हमारे को सिर्फ जीएसएस चुनाव तक ही सीमित रखा गया है, नहीं तो कभी बैठक रखी गई और ना ही कोई दिशा निर्देश दिया जाता है, अगर हम कोऑपरेटिव बैंक से बात करते हैं तो कहते हैं कि व्यवस्थापक से बात करो, व्यवस्थापक यहां आता नहीं है और और उनकी एवज में दूसरे व्यक्ति को लगा रखा । अगर इन लोगों ने गलती की है तो दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, हम किसानों के साथ हैं ।।

चंद्रप्रकाश गाडरी जीएसएस अध्यक्ष बनकाखेड़ा

सभी आरोप में बुनियाद है, जून माह में नए पुराने किया, जिसमें कोई भूल वस रह गया होगा तो वह जीएसएस में संपर्क कर सकता है ।।

अशरफ मेवाती व्यवस्थापक जीएसएस बनकाखेड़ा

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