धर्म के प्रति आस्था में दिखा नवाचार, मन्दिर के खंडित किर्ति स्तंभ का मातृकुंडिया में किया विसर्जन
चांदरास भेरूलाल टेलर के धर्मप्रेमी भक्तों ने सोमवती अमावस्या के अवसर पर गांव के बड़े मंदिर चारभुजानाथ मन्दिर में विराजमान ठाकुरजी के मन्दिर पर नवीन किर्ति स्तंभ की स्थापना की गई। साथ ही धर्म के प्रति आस्था का यहां एक नवाचार देखने को भी मिला। जिसके चलते सोमवती अमावस्या के दिन ही सोमवार को पुराने खंडित किर्ति स्तंभ की प्रातः 9:15 बजें शुभ मुहूर्त पर विधी विधान से मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना कर उसे गांव के लोगों ने बड़े ही आदरभाव के साथ सम्मान से पिकअप गाड़ी में रखते हुए चित्तौड़गढ़ जिले की राशमी तहसील स्थित मेवाड़ की अयोध्या नाम से प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मातृकुंडिया ले जाकर उस कीर्ति स्तम्भ को बनास नदी के बहते हुए जल में प्रवाहित किया। इस खंडित कीर्ति स्तम्भ को बनास नदी में विसर्जन करने के लिए चाँदरास से 21 भक्तजनों का जत्था मातृकुंडिया गया था। जिसमें चारभुजानाथ मित्र मंडल के सदस्य एवं चांदरास के ग्रामवासी सामिल हैं जिन्होंने मिलकर एक नवाचार करते हुए खंडित शिला स्तम्भ को मातृकुंडिया से निकल रही बनास नदी में विसर्जित किया।