रसधारा मे नाट्य महोत्सव शुरू

By :  vijay
Update: 2024-10-18 17:25 GMT

भीलवाड़ा रसधारा द्वारा आयोजित अन्तर्राज्यीय त्रिदिवसीय नाट्य समारोह के उद्घाटन सत्र में समारोह पर्यवेक्षक डॉ देशराज मीणा व डॉ सुनील माथुर उपस्थित रहे। समारोह का उद्घाटन तिलोक   छाबड़ा , लक्ष्मीनारायण  डाड एवम गोपाल जी आचार्य द्वारा दीप प्रज्वलन कर समारोह का शुभारंभ किया गया। पहले दिन नाटक भूल गए खिलना फूल का मंचन किया गया। जिसका लेखन अनुराग सिंह ने किया तथा निर्देशन रवि ओझा व अनुराग सिंह द्वारा किया गया। मोबाइल आज के दौर में एक ऐसा साथी बन गया है जो बच्चो से लेकर के वरिष्ठजन की जेब में एक अहम जगह रखता है। आज भी हमारी उंगलियां स्क्रीन पर न जाने क्या टटोलती रहती है ! आंखे न जाने कहीं किसी और दुनिया में विचरती रहती है। संसार सिमट कर के हाथो में आ गया है पर कमरे में ही बैठे परिवारजन दूर होते जा रहे है। चूंकि मोबाइल जरूरत तो है आज के समय की पर कहीं न कहीं इस ज़रूरत ने हमे बंधन में फंसा लिया है जहां न जाने कितने ही बुरे परिणाम समाज के सामने मुंह बायें खड़े है। नाटक इसी सार्वभौमिक विषय पर बात करता है तथा बालमन की आंतरिक तहो को टटोलता है। नाटक की कहानी दिनेश और उसके कुछ दोस्तो की है। इनके जीवन में जब स्मार्ट फोन यंत्र आता है और यह यंत्र उनसे क्या क्या तिगड़म करवाता है इसी के इर्द गिर्द कहानी चलती है। बच्चे उसमे उलझते चले जाते है और अपने पुराने खेल , साथी , रिश्ते भुला बैठते है। उन्ही के बीच एक अध्यापक है जो बच्चो में आए इन्ही परिवर्तनों को देखता है और इस समस्या का अपने ही तरीके का एक हल खोजता है। नाटक में दिनेश चौधरी , विभूति, अंकित शाह, प्रभु प्रजापत, दुष्यंत , शिवांगी बैरवा , पूजा गुर्जर , हरि सिंह व अनुराग सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई। वहीं मंच सामग्री हर्षित वैष्णव , प्रकाश संयोजन रवि ओझा व संगीत संचालन रणजीत सिंह ने किया। नाट्य समारोह के आयोजन व नाट्य प्रस्तुति में मार्गदर्शन गोपाल जी आचार्य का रहा। नाटक के पश्चात रंगसंवाद रखा गया |

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