व्यास पीठ पर आज वाल्मिकी समाज ने की पूजा, कईयों के टूटे अरमान
भीलवाड़ा । बागेश्वर धाम महाराज की कथा में आज बदला बदला सा माहौल नजर आया। मंच के पास बैठने वाले आयोजन कमेटी के सदस्य आज नजर नहीं आये। वहीं आरती के लिए प्रभावशाली लोगों को दरकिनार कर वाल्मिकी समाज के लोगों से व्यास पीठ पर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने भेदभाव मिटाने के लिए न केवल आरती करवाई बल्कि उनका उपरणा ओढाकर सम्मान भी किया।
कथा की शुरूआत में आज वाल्मिकी समाज की पुरूष व महिलाओं ने व्यास पीठ पर आरती की तो माहौल बदला सा नजर आया। आरती करने वाली ये महिलाएं भावुक हो गई और बोली की आज उनकी जिंदगी संवर गई। उन्होंने कहा था कि इस तरह का सम्मान का यह पहला मौका है, इतनी बड़ी जगह उन्हें बुलाया गया है। शास्त्री के इस प्रयास की आज खासी चर्चा रही है। कल उन्होंने व्यास पीठ से ही कहा था कि कुछ लोग मंच के पास और बैठे है । उन्हें कथा से कोई लेना देना नहीं वे अपनी प्रतिष्ठा बढाने आये है । शास्त्री के इस कटाक्ष के बाद आज मंच पर ऐसे लोग दिखाई नहीं दिये।
दूसरी ओर कुछ लोग यह कहते हुए भी नजर आये कि आज जिन लोगों को व्यास पीठ पर बागेश्वर धाम की आरती करनी थी और उनके हाथों सम्मानित होना था उनके अरमान आज टूट गये।