राइजिंग राजस्थान के तहत ‘‘जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट’’ 8 नवंबर को
भीलवाड़ा,। राज्य सरकार राजस्थान को एक विकसित राज्य बनाने के संकल्प से कार्य कर रही है। इसके तहत राइजिंग राजस्थान जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट, भीलवाड़ा में 8 नवंबर को ‘‘होटल ग्लोरिया इन’’ में आयोजित किया जाएगा। इसी दिशा में जयपुर में 9 से 11 दिसंबर तक राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट- 2024 होगा। वस्त्रनगरी में 8 नवंबर को जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट में 10 हजार 840 करोड़ रुपए के 143 एमओयू प्रस्तावित है जिससे लगभग 23 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा अनुसार यह मीट युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने और जिले में निवेश बढ़ाने के लिए उपयोगी साबित होगी। जिला स्तरीय समिट के बाद भी राज्य स्तरीय समिट में एमओयू किए जा सकेंगे।
उन्होंने बताया कि राइजिंग राजस्थान भीलवाड़ा इन्वेस्टर्स मीट के लिए जिला एवं उपखंड स्तर पर औद्योगिक संघों एवम स्थानीय उद्यमियों के साथ कई बैठकें की गई है। जिला स्तर पर विभिन्न विभागों, समाजसेवियों, होटल रिसॉर्ट एसोसिएशन, चिकित्सा और शिक्षा से जुड़े संस्थानों, माइनिंग संगठन, बैंक प्रतिनिधियों, औद्योगिक संघ, व्यापार मंडल, सीए संगठनों के साथ कलेक्ट्रेट में बैठक कराई गई। राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए अधिकाधिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
जिले में सेक्टरवाइज एमओयू की स्थिति
जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक केके मीना ने बताया कि सर्वाधिक 62 एमओयू टेक्सटाइल सेक्टर में हुए। इनमें 4621 करोड़ के निवेश प्रस्तावित है। इनसे 9320 लोगों को रोजगार मिलेगा। आयरन व स्टील में 2661 करोड़ के 6 एमओयू होंगे। इनमें 7590 लोगों को रोजगार मिलेगा।
इसी प्रकार एग्रो एंड फूड में 33 करोड़ के 11 एमओयू, चिकित्सा क्षेत्र 371 करोड़ के 7 एमओयू, खनिज क्षेत्र 1824 करोड़ के 11 एमओयू, पर्यटन क्षेत्र के 809 करोड़ के 10 एमओयू, फर्नीचर 12 करोड़ के 3 एमओयू, प्लास्टिक 9 करोड़ के 2 एमओयू, पेट्रोल सेक्टर 159 करोड़ के 7 एमओयू एवं अन्य 337 करोड़ के 24 एमओयू सहित कुल एमओयू 10 हजार 840 करोड़ के 143 एमओयू होने प्रस्तावित हैं।
महाप्रबन्धक मीना ने बताया कि एमओयू भीलवाड़ा के विकास की प्रगति में मील का पत्थर साबित होंगे।
20 स्टॉल लगाई जाएगी
इन्वेस्टर समिट में एक जिला एक उत्पाद को लेकर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इनमें 7 स्टॉल टेक्सटाइल से जुड़ी होगी। इनमें यार्न, सूटिंग व कपड़ा होगा। इनके अलावा माईनिंग, भीलवाड़ा डेयरी, रेडिमेड गारमेंट, बैंकिंग सेक्टर, मेडिकल की स्टॉल होगी। राज्य स्तरीय निवेश व जिले की भौगोलिक, सांस्कृतिक एवं औद्योगिक परिदृश्य का चित्रण करते हुए डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई जाएगी।
जिले में उद्योगों की स्थापना के लिए रीको द्वारा विकसित किए गए 11 औद्योगिक क्षेत्र
रीको के अतिरिक्त महाप्रबंधक पी.आर. मीणा ने बताया कि जिले में उद्योगों की स्थापना के लिए रीको द्वारा 11 औद्योगिक क्षेत्र विकसित किये गये हैं, जिनमें बिलिया फेज 1, फेज 2, फेज 3, फेज 4, रीको विस्तार, औद्योगिक सम्पदा, ग्रोथ सेन्टर हमीरगढ़, बीगोद, कान्याखेड़ी, करणपुरा, उखलिया, बिजौलिया आदि प्रमुख है।
राज्य सरकार द्वारा भीलवाड़ा में वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से टेक्सटाइल पार्क की स्थापना के लिए रूपाहेली में 1292.14 बीघा भूमि का आवंटन किया गया है।
इसके अतिरिक्त उद्योगों को बढावा देने के उद्देश्य से भीलवाडा जिले में महुआकलां में 85.25 हैक्टेयर, खाखलां में 45.55 हैक्टेयर, किड़ीमाल में 47.18 हैक्टेयर, धुवाला में 49.08 हैक्टेयर, मोड़ का निम्बाहेड़ा (आसींद) में 99.72 हैक्टेयर तथा नाहरी (रायपुर) में 17 हैक्टेयर में नवीन औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाना प्रस्तावित है, जिनके लिए भूमि का आवंटन रीको के पक्ष में किया जा चुका है।