चरागाह में होंगे भूल जल संरक्षण के कार्य श्रमदान से करेंगे शुरुआत

Update: 2024-11-22 08:41 GMT

आकोला (रमेश चंद्र डाड) जोजवा गांव के ग्रामीणों ने जोजवा गांव की लगभग 250 बीघा चारागाह भूमि को संरक्षित कर उसमें भू जल संरक्षण के कार्य करने का निश्चय किया। जिसके लिए 13 सदस्यीय चारागाह विकास समिति का गठन किया गया। गांव के प्रत्येक परिवार से 21 रुपए सदस्यता शुल्क भी रखा गया है। ग्रामीणों ने माह में एक दिन सामूहिक रूप से श्रमदान करने का भी निर्णय लिया जिससे एकता की भावना का विकास होगा। ग्रामीण यह कार्य फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी और अपना संस्थान के सानिध्य में करेंगे।

जोजवा चारागाह विकास समिति की बैठक रसीला भैरवनाथ के स्थानक पर हुई । जिसमें चारागाह विकास समिति के अध्यक्ष सरपंच चांदमल कुमावत , सचिव मदन सिंह राजपूत उपाध्यक्ष पद पर घीसू लाल धाकड़ को बनाया गया। चारागाह विकास समिति की प्रतिमाह 20 तारीख को बैठक करना सुनिश्चित किया गया। बैठक रसीला भैरुनाथ के वहां पर रखने का निर्णय हुआ।

बैठक में पंचायत समिति के सदस्य धनराज जाट, चारभुजा महाप्रबंधक समिति के संरक्षक भंवर लाल शर्मा, भारतीय किसान संघ के जिला कोषाध्यक्ष शिव कुमार पगारिया, सुरेश बाड़ाबाल,राजकुमार सुथार, टीना सुथार,जमना लाल सोनी, हर्षल, कानाराम, परमेश्वर लाल सहित कई व्यक्ति मोजूद रहे।

चारागाह विकास के लिए फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी के क्षेत्रीय प्रबन्धक शांतनु सिंहा रॉय, अपना संस्थान के त्रिलोकचंद छाबड़ा एवं विनोद कुमार मेलाना भीलवाड़ा विधायक अशोक कुमार कोठारी चारागाह का अवलोकन कर चुके है। जोजवा त्रिवेणी मार्ग पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के समीप 40 एकड़ चारागाह भूमि है जिसे ग्रामीण एफ ई एस और अपना संस्थान के सानिध्य में विकसित करेंगे।

Similar News