बिजलीकर्मियों का कार्य बहिष्कार कल, रैली निकाल करेंगे प्रदर्शन

Update: 2024-11-28 09:38 GMT

भीलवाड़ा। राज्य सरकार द्वारा विद्युत क्षेत्र में लगातार निजीकरण किया जा रहा है। इसके खिलाफ विद्युत उत्पादन, प्रसारण एवं वितरण कंपनियों के कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। सभी बिजली कर्मचारी 29 नवंबर को कार्य बहिष्कार करेंगे। भीलवाड़ा अधीक्षण अभियंता कार्यालय में प्रदर्शन करेंगे। फिर रैली के रूप में प्रदर्शन करते हुए कले€क्ट्रेट जाएंगे। वहां मुख्यमंत्री के नाम कले€क्टर को ज्ञापन दिया जाएगा। ये एलान राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति ने किया है। समिति के सदस्य जु्मा काठात ने बताया कि प्रदेश के विद्युत निगमों में उत्पादन, प्रसारण और वितरण के क्षेत्र में अंधाधुंध निजीकरण की प्रक्रिया चल रही है, जो न केवल कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है, बल्कि राज्य की जनता के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती है। हमारा विरोध इस निजीकरण के खिलाफ है।

राज्य सरकार ने तापीय विद्युत उत्पादन गृहों को निजी हाथों में सौंपने का प्रयास किया है, जो कि राज्य की विद्युत आपूति में आत्मनिर्भरता को खतरे में डाल सकता है। इन पावर प्लांट्स में कोई पूंजी निवेश की आवश्यकता नहीं है, फिर भी उन्हें केन्द्रीय सार्वजनिक निगमों के साथ ज्इट वेंचर के नाम पर हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर रखी है। इसे तुरंत रोका जाए। ओ.पी.एस. योजना में कर्मचारियों को पिछले एक वर्ष से फॉर्म भरवा कर सदस्य बनाया गया था, लेकिन अभी तक ओ.पी.एस. का लाभ नहीं मिल पाया है। राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश के बावजूद सीपीएफ कटौती बंद कर जीपीएफ कटौती शुरू नहीं की गई है, जिससे कर्मचारियों में भारी असंतोष है। राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि अगर राज्य सरकार और विद्युत प्रशासन इस मुद्दे पर शीघ्र ध्यान नहीं देंगें तो वे भविष्य में लोकतांत्रिक तरीके से श्रमिक आंदोलन को और तेज करेंगे। इसकी सारी जिम्मेदार सरकार की होगी।

Similar News