विजयादशमी पर भीलवाड़ा में तेजाजी चौक में हुआ रावण दहन, उमड़ी भीड़

Update: 2025-10-02 13:10 GMT

भीलवाड़ा। विजयादशमी के पावन अवसर पर नगर निगम द्वारा शहर में पांच स्थानों पर रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इनमें सबसे प्रमुख आयोजन तेजाजी चौक दशहरा मैदान में हुआ, जहां श्रद्धालुओं और दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी। मात्र 40 सैकण्‍ड में ही पुतला धूं धूंकर जल उठा।

मुख्य कार्यक्रम की शुरुआत रावण के परिजनों—कुंभकर्ण और मेघनाथ—के पुतलों के दहन से हुई। इसके बाद चबूतरे पर बनाए गए 51 फीट ऊंचे रावण के विशाल पुतले का दहन किया गया। रावण के दोनों ओर 35-35 फीट ऊंचे कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले भी स्थापित किए गए थे। इसके अलावा लंका द्वार, दो-दो शेर, हिरण और हाथी के पुतले भी आकर्षण का केंद्र रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत संध्या आरती से हुई, जिसके बाद भगवान चारभुजानाथ का भव्य बेवान तेजाजी चौक पहुंचा। इस दौरान मंच पर रामलीला के कलाकारों ने राम-रावण युद्ध का जीवंत मंचन किया। अंत में राम द्वारा रावण की नाभि में तीर चलाने के साथ ही बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश दिया गया।आरती के बाद प्रभु श्री राम ने नाभि में तीर चला कर दशानन रावण का वध किया तो समूचा मैदान प्रभु श्री राम के जयकारों से गूंज उठा । नगर निगम की ओर से बनाया गया 51 फिट रावण का पुतला मात्र 40 सेकंड   में जलकर खाक हो गया।वहीं मेघनाथ और कुंभकरण के 35-35 फीट के पुतलों को दहन होने में भी समय नहीं लगा।

तेजाजी चौक के अलावा उपनगर सांगानेर पुर,सालरा और टंकी के बालाजी पर भी नगर निगम की ओर से दो-दो रावण के पुतलों ओर दो-दो जानवर के पुतले भी जलाये गए ।टंकी के बालाजी में 35 फीट का रावण जबकि अन्य जगह 15 फीट के रावण के पुतले बनाए गए ।

 

पूतला फूंका लिखा था महापौर  

 टंकी के बालाजी क्षेत्र में रावण दहन के दौरान क्षेत्रवासियों ने महापौर के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई। निगम की ओर से रावण और मेघनाद के पुतले भेजे जाने तथा स्थानीय कामों में देरी के विरोध में लोगों ने महापौर का प्रतीकात्मक पुतला तैयार किया और उसका दहन किया।


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