मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जूझ रहा सालमपुरा झांतला माता मंदिर क्षेत्र, श्रद्धालुओं ने उठाई मांगें

Update: 2025-12-13 07:38 GMT

गुरलां (सत्‍यनारायण सेन)। पुर क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध झांतला माता मंदिर, जिसे सालमपुरा या बीड़ा की माताजी के नाम से भी जाना जाता है, आज भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव से जूझ रहा है। यह मंदिर नगर निगम भीलवाड़ा और विधानसभा भीलवाड़ा क्षेत्र में आने के बावजूद नगर निगम अधिकारियों द्वारा यहां सुविधाओं के प्रति उदासीनता बरती जा रही है। मंदिर के मुख्य द्वार पर गंदगी का अंबार लगा होने से श्रद्धालु वहां रुक नहीं पा रहे हैं। साथ ही अंग्रेजी बबूल की झुकी हुई टहनियों से लोगों को चोट लगने की आशंका बनी रहती है।

मंदिर के बाहर सड़क पर पर्याप्त लाइट व्यवस्था नहीं होने से रात्रि में श्रद्धालुओं को खतरा बना रहता है। पार्किंग की समुचित व्यवस्था न होने से वाहनों को खड़ा करने में परेशानी होती है। सड़क किनारे उगी झाड़ियों और विलायती बबूल के कारण वाहन चालकों को दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है।

माता के भक्तों ने प्रशासन से मांग की है कि मंदिर के मुख्य द्वार की गंदगी हटाई जाए तथा पुर और सालमपुरा की ओर 500-500 मीटर तक सीसी सड़क बनाई जाए। इसके साथ ही पार्किंग व्यवस्था विकसित की जाए, रोड किनारे से विलायती बबूल और झाड़ियों को हटाकर छायादार पेड़ लगाए जाएं। श्रद्धालुओं ने दोनों ओर 10-10 रोड लाइट खंभे लगाने, सुलभ शौचालय की मरम्मत कराने और सप्ताह में कम से कम दो दिन सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग भी की है।

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