भीलवाड़ा। अरावली पर्वतमाला की परिभाषा में पुन: परिवर्तन और अवैध खनन पर रोक की मांग को लेकर अरावली बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में 23 दिसंबर को शहर में एक विशाल ज्ञापन रैली का आयोजन किया जाएगा। यह रैली सूचना केंद्र से कलेक्ट्रेट तक निकाली जाएगी।
रैली में शामिल होंगे समाज के सभी वर्ग
इस जनआंदोलन में सर्व समाज की भागीदारी रहेगी। रैली में जाट समाज, ब्राह्मण समाज, राजपूत समाज, गुर्जर समाज, माली–सैनी समाज, तेली समाज, खटीक समाज, मेघवाल समाज, भील समाज, जैन समाज, महेश्वरी समाज, मुस्लिम समाज, सिख समाज, ईसाई समाज सहित व्यापारिक संगठन, किसान संगठन, युवा संगठन, महिला संगठन, पर्यावरण प्रेमी, गौशाला परिवार और विभिन्न सामाजिक संस्थाएं शामिल होंगी।
सुबह 10 बजे सूचना केंद्र पर एकत्रित होंगे लोग
नारायण भदाला ने बताया कि सभी समाजों के प्रतिनिधि और आमजन सुबह 10 बजे सूचना केंद्र पर एकत्रित होंगे। वहां से रैली कलेक्ट्रेट तक शांतिपूर्ण रूप में जाएगी और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
अरावली संरक्षण: जीवन और भविष्य की सुरक्षा
उन्होंने कहा कि अरावली केवल पर्वत श्रृंखला नहीं है, बल्कि जल, पर्यावरण, जीवन और भविष्य की सुरक्षा की रीढ़ है। इसके संरक्षण के लिए समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर आवाज उठानी होगी। अरावली बचाओ संघर्ष समिति ने आमजन से अपील की है कि वे अधिक से अधिक पहुंचकर इस जनहित आंदोलन को सफल बनाएं।
क्या मैं ऐसा कर दूँ?
