आसींद में जमीन की मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
आसींद (मंजूर)। आसींद कस्बे के बाहर निकलने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 158 पर नगर पालिका द्वारा भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजा राशि में कमी का आरोप लगाया जा रहा है। नागरिकों का कहना है कि मुआवजा राशि डीएलसी दर से केवल डेढ़ गुणा अधिक दी जा रही है, जबकि जमीन की वास्तविक कीमत और आमजन को हो रहे नुकसान का पूरी तरह से समुचित मुआवजा नहीं मिल रहा है।
पूर्व में पीडब्ल्यूडी द्वारा कृषि भूमि से 35 फीट तक एक तरफ अधिग्रहण कर मुआवजा दिया गया था, जबकि अब 50 फीट एक तरफ से भूमि अधिग्रहण करने का प्रस्ताव है। इस पर मुआवजा राशि के निर्धारण में सुधार की मांग की जा रही है। मुआवजा न मिलने वाली 15 फीट लंबी भूमि के बारे में भी सवाल उठाए जा रहे हैं और इसे मुआवजा देने की मांग की जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मुआवजा राशि को कम से कम 10 गुणा बढ़ाया जाए, ताकि यह भूमि मालिकों के नुकसान की सही भरपाई कर सके। इसके अलावा, यह भी मांग की जा रही है कि नगर पालिका को मुआवजा राशि सीधे भूमि मालिकों के खाते में दी जाए, न कि एनएच द्वारा नगर पालिका को दी गई राशि से। वर्तमान में नगर पालिका आसींद को 1200 रुपये प्रति वर्ग फीट मुआवजा दिया जा रहा है, जो बाजार दर से करीब 10 गुणा कम है।
इस मामले को लेकर मुआवजाधारी बड़ी संख्या में उपखंड कार्यालय पर एकत्र हुए और अधिकारियों से मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग की। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि इस मुद्दे का शीघ्र समाधान किया जाए, ताकि प्रभावित किसानों और भूमि मालिकों को न्याय मिल सके।
### इस मुद्दे पर प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार है, और मुआवजा वृद्धि की संभावनाओं पर जल्द फैसला लिया जा सकता है।
