भीलवाड़ा में तेल में बड़ा खेल: शुद्ध समझकर तो नहीं खा रहे मिलावटी मूंगफली तेल?

By :  vijay
Update: 2024-09-30 22:20 GMT

जब भी बात हेल्‍दी लाइफ स्‍टाइल की आती है, सबसे पहले लोग अपनी डाइट में से तेल कम करने की बात करते हैं. घर में बोलकर अपने खाने में तेल कम करने को कहते हैं. कम ऑयल वाली सब्‍ज‍ियां बनाते हैं या ऐसा ही कुछ करते हैं. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि हेल्‍दी और अच्‍छी जीवनशैली के ल‍िए आपको तेल कम करने से ज्‍यादा सही तेल चुनने की जरूरत है?मूंगफली सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। यही वजह है कि ज्यादातर घरों में मूंगफली का तेल खाने में इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि बाजार में धड़ल्ले से मिलावटी तेल बिकता है और मूंगफली का तेल भी इससे अछूता नहीं है। आप महंगे दाम चुकाकर मूंगफली का तेल घर ला रहे हैं, लेकिन वो शुद्ध है या नहीं ये आप नहीं जानते हैं। ऐसे में कुछ आसान तरीकों की मदद से घर में मूंगफली तेल की शुद्धता का टेस्ट किया जा सकताहै।भीलवाड़ा में तेल में बड़ा खेलहो रहा हे , एक ही तेलं को विभिन्न ब्राडॉ  के कनस्तर  भरकर बीच रहे हे  इस तरह के मामले पहले भी पकड़े जा चुके हे पर ये धंधा ंदा होता नहीं दिख रहा हे

 आज जो तेल हम घरों में इस्‍तेमाल कर रहे हैं, उसमें मुख्‍यत: 2 तरीके के तेल होते हैं. हाइड्रोजेनेट‍िड और दूसरे हैं कोल्‍ड-प्रेस ऑयल. सबसे पहले हाइड्रोजेनेट‍िड ऑयल की बात करें तो इससे होता ये है कि ये सबसे पहले आपके शरीर में बेड कॉलेस्‍ट्रोल (LDL) बढ़ाता है. अगर आप अपनी कॉलेस्‍ट्रोल र‍िपोर्ट देखेंगे तो आपको ये नजर आएगा. इसके साथ ही हाइड्रोजेनेट‍िड ऑयल शरीर में अच्‍छा वाला कॉलेस्‍ट्रोल यानी HDL कम कर देता है. इसी कमी की वजह से शरीर में बहुत ज्‍यादा इनफ्लेमेशन होने लगता है.

– हाइड्रोजेनेट‍िड का इस्‍तेमाल करने से आपकी बॉडी में फैट ज्‍यादा जमा होने लगते हैं. ऐसा होने से आप टाइप 2 डायब‍िटीज, अर्थराइट‍िस, थयरॉयड या इनफ्लेमेट्री कंडीशन की वजह से होने वाली कोई भी परेशानी से ज्‍यादा प्रभाव‍ित होने के चांस रखते हो.मूंगफली का तेल टेस्ट करने की कुछ विधियां हैं जिनसे आप कुछ वक्त में ही तेल का प्योरिटी टेस्ट कर सकते हैं। इन टेस्ट की मदद से आप बहुत हद तक समझ सकते हैं कि तेल शुद्ध है या नहीं। हालांकि सौ फीसदी पता करने के लिए किसी अधिकृत जांच केंद्र से टेस्ट कराना ही सही है।– हाइड्रोजेनेट‍िड तेल में ट्रांस फैट बहुत ज्‍यादा मात्रा में होता है. ऐसे में जो लोग हाइड्रोजेनेट‍िड तेल खाते हैं उन्‍हें फैटी ल‍िवर की परेशानी भी बहुत ज्‍यादा होती है. फैटी ल‍िवर आज जवान लोगों में एक बड़ी परेशानी है जो द‍िन ब द‍िन बढ़ती जा रही है और इसकी वजह है ट्रांस फैट का इतना ज्‍यादा प्रयोग.

 शुद्ध समझकर तो नहीं खा रहे मिलावटी मूंगफली तेल?

अगर आप खाने में बेहतर तेल के व‍िकल्‍प देख रहे हैं तो कोल्ड प्रेस्ड ऑयल सबसे अच्‍छा ऑप्‍शन है. जैसा की नाम से ही साफ है कि ऐसे तेल न‍िकालने में हीट या गर्मी का इस्‍तेमाल नहीं क‍िया जाता. कोल्‍ड प्रेस्‍ड ऑयल कम हीटिंग विधियों का उपयोग करके दबाव में बीज को कुचलकर निकाला जाता है. इस तरह का तेल बनाने में बीजों को मसल कर तेल न‍िकाला जाता है और ये काम ब‍िना अत्‍यध‍िक गर्मी के होता है. इस तरह से न‍िकलने वाले तेल में हानिकारक केम‍िकल और प्र‍िजर्वेट‍िव नहीं होते, जिससे तेल 100% प्राकृतिक हो जाता है.

4 तरीकों से करें शुद्धता की जांच

फ्रिज टेस्ट: एक छोटी सी कटोरी में थोड़ा सा मूंगफली का तेल लें और उसे फ्रिज में रख दें। कुछ घंटों बाद देखें, अगर तेल जम गया या उसमें सफेद परत जम गई है, तो यह शुद्ध मूंगफली का तेल है। मिलावटी तेल जमता नहीं है।

 कपास रुई से टेस्ट: एक कपास की रुई को मूंगफली के तेल में डुबोएं और फिर इसे किसी सफेद कागज पर रगड़ें। अगर कागज पर पीला निशान लगता है, तो यह शुद्ध मूंगफली का तेल है। अगर निशान हल्का या पारदर्शी है, तो संभवत: इसमें मिलावट है।

जलने का टेस्ट: एक छोटे पैन में थोड़ा सा मूंगफली का तेल गर्म करें। अगर तेल धीरे-धीरे जलता है और इसमें धुआं कम होता है, तो यह शुद्ध तेल है। अगर तेल जल्दी जलता है और ज्यादा धुआं निकलता है, तो इसमें मिलावट हो सकती है।

गंध और स्वाद: शुद्ध मूंगफली के तेल की अपनी एक अलग सुगंध और स्वाद होता है। अगर तेल की गंध या स्वाद अजीब लग रहा है, तो संभवत: इसमें मिलावट है।

महत्वपूर्ण बातें

मूंगफली के तेल को हमेशा एक ठंडी और सूखी जगह पर रखें।

धूप की रोशनी से तेल को दूर रखें।

एक बार खोले हुए तेल को एक एयरटाइट कंटेनर में रखें।


 

Similar News