एनीमिया से घबराएं नही, जागरूक बनें और समय पर चिकित्सा केन्द्रों पर जाकर निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्राप्त करें-सीएमएचओ डॉ. गुर्जर
भीलवाडा। जिले को एनीमिया मुक्त बनाने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक विशेष अभियान पिंक पखवाड़ा चलाया जा रहा है, जो आगामी 15 दिसंबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा। पिंक पखवाड़ा अभियान का मुख्य उद्देश्य गंभीर एनीमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को दूर कर उन्हें एनीमिया मुक्त कर स्वस्थ बनाना है। पखवाडे के दौरान एनीमिक से पीड़ित महिलाओं को चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सक की देखरेख में निःशुल्क फेरिक कार्बोक्सी माल्टोज इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर ने बताया कि यह अभियान विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए जीवनदान साबित होगा, जो गंभीर एनीमिया से जूझ रही हैं। विभाग द्वारा प्रेग्नेंसी चाइल्ड ट्रेकिंग सिस्टम (पीसीटीएस) एवं अन्य स्तर से गंभीर एनीमिक महिलाओं को चिन्हित कर गर्भवती तथा धात्री महिलाओं को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं इससे उच्चतर संस्थानों में चिकित्सक की देखरेख में एफसीएम इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। जिन गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन का स्तर बहुत कम है तथा उन्हें आयरन की गोलियों पर्याप्त मात्रा में लेने के बावजूद हीमोग्लोबिन स्तर में वृद्धि नहीं हो रही, उन्हें चिकित्सकीय परामर्श के बाद यह स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाई जा रही है। एफसीएम इंजेक्शन सुरक्षित है और इससे शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर तेजी से बढ़ता है।
सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने आमजन से अपील की है कि वे एनीमिया (खून की कमी) को हल्के में न लें। चक्कर आना, थकान महसूस होना या सांस फूलना जैसे लक्षण दिखने पर घबराएं नही, जागरूक बनें और समय पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर चिकित्सक को दिखाकर अपनी जांच करवाएं और जिले में चलाए जा रहे पिंक पखवाडे में निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं।
जिला आरसीएच अधिकारी डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि फेरिक कॉर्बोक्सी माल्टोज इंजेक्शन हीमोग्लोबिन स्तर को तेजी से बढ़ाने में बेहद कारगर है। इसका उपयोग इंट्रावेनस यानी अतःशिरा में ड्रिप द्वारा किया जाता है। इसे अस्पताल में भर्ती के बिना डे केयर में 15 मिनट में लगाया जाता है। एक बार एफसीएम की एक डोज से डेढ़ से दो माह में तीन से चार मिलीग्राम तक हीमोग्लोबिन बढ़ जाता है।
उन्होंने बताया कि जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबिन जांच प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस प्रत्येक माह की 9, 18 व 27 तारीख को की जा रही है। इसके साथ ही उन्हें आयरन के प्राकृतिक स्त्रोतों एवं खाद्य पदार्थों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्हें दवा के साथ-साथ खान-पान में आयरन युक्त आहार हरी सब्जियां, गुड़, चना आदि शामिल करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। आशा सहयोगिनियां और एएनएम पीएमएसएमए के दौरान हाई-रिस्क वाली महिलाओं को चिन्हित कर जागरूक करने का कार्य कर रही है। जिससे कि अधिकाधिक महिलाओं को अधिकाधिक संख्या में राज्य सरकार की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित किया जा सके।
