सरकारी विद्यालय निजी विद्यालयों की अपेक्षा किसी भी सूरत में कमजोर नहीं है - - बुनकर

भगवानपुरा ( कैलाश शर्मा ) अध्यापक के प्रत्येक कार्य का लेखा जोखा ईश्वर के पास जरूर रहता है एवं अध्यापक के प्रत्येक कार्य का फल उसे जरूर मिलता है जो बालक अध्यापक के पास आता है उसे अपना बालक समझ कर उसके साथ अच्छी मेहनत करें निजी विद्यालय के अध्यापको से क्या सरकारी स्कूल के अध्यापक कमजोर हो सकते है ? क्या नीजी विद्यालय वाले सरकारी से अच्छा मैनेज कर सकते हैं ? इसके लिए आपको भी नीजी विद्यालयो की तरह अच्छे अंक लाने वाले व उत्कृष्ट गतिविधियां करने वाले बालक बालिकाओं के फ्लैक्स बनाकर विद्यालय के बाहर मुख्यद्वार एवं गॉव के मुख्य स्थानों पर लगाना चाहिए । इससे लोगों का सरकारी स्कूल के प्रति रुझान बढेगा । उक्त विचार मंगलवा को आसींद ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जिन्द्रास में औचक निरीक्षण के दौरान मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अर्जुन लाल बुनकर ने व्यक्त किए । उन्होंने कक्षा निरीक्षण भी किया एवं विद्यार्थियो के स्तर की जांच की व विद्यालय निरीक्षण के बाद विद्यालय के स्टाफ की बैठक ली और विद्यालय की गतिविधियो की जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक निर्देश दिये व सरकार की सभी योजनाओं की जानकारी दी । इसी के साथ भामाशाहों से सहयोग लेकर के विद्यालय के लिए भौतिक संसाधन जुटाने के लिए भी बताया गया । ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के विद्यालय में पहुंचने पर प्रधानाचार्य सुरेश चंद्र ढोली ने स्वागत किया एवं विद्यालय गतिविधियों की जानकारी दी । इसी के साथ अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ( एसीबीओ ) भंवर लाल सेन ने प्रतिदिन समय पर ऑनलाइन उपस्थिति करने , विद्यालय में नामांकन बढ़ाने, प्रार्थना कार्यक्रम को रोचक व ज्ञानवर्धक बनाने, नैतिक शिक्षा संबंधी जानकारी दी गई । अधिकारियो ने होमवर्क अधिक देखकर समय पर जांचने के निर्देश दिए ।