भीलवाड़ा शिव महापुराण कथा अंबे नगर अंबेश्वर महादेव में द्वितीय दिवस की कथा अयोजित जिसमे महाराज श्री ने शिव पुराण की कथा के महामत्म्य की श्रवण कराई कथा में महाराज श्री ने कहा परमात्मा को पाने के लिए हमें कथाओं को श्रवण करना चाहिए हम भगवान की जितनी कथा श्रवण करेंगे भगवान के प्रति हमारी श्रद्धा बढ़ेगी, शिवरात्रि के दिन प्रथम प्रथम बार भगवान विष्णु एवं ब्रह्मा जी ने शिवलिंग का पूजन किया इसलिए महाशिवरात्रि हम सभी लोग सनातन धर्म में मानने लगे शिवरात्रि के दिन हम भगवान शिव की आराधना करते हैं एक वर्ष तक का पुण्य फल प्राप्त होता है ऐसा शिव पुराण में वर्णन है दशांग भोजन का महत्व, आचार्य राम मूर्ति महाराज जी ने बताया जो व्यक्ति दशांग भोजन ब्राह्मण को जो कराता है उसे 10 वर्ष तक कोई रोग नहीं होता है, शिव पुराण में ऐसा वर्ण आया है।