मांडल तालाब के पेटे से अवैध रूप से काली मिट्टी दोहन, शिकायत के बावजूद नहीं हो रही है कार्रवाई

Update: 2025-01-11 09:36 GMT

मांडल (सोनिया सागर)। न्यायलय की रोक के बावजूद मांडल तालाब के पेटे से अवैध रूप से मिट्टी दोहन का काम बेखौफ होकर चल रहा हैं । तालाब के पेट से अवैध काली मिट्टी दोहन का कार्य प्रतिदिन रात कई ट्रेक्टरो और जेसीबी की मदद से अवैध मिट्टी खनन माफिया द्वारा किया जा रहा है।  तालाब पेटे से अवैध रूप से मिट्टी दोहन पर विगत कई वर्षों से न्यायालय मे इसे रोकने को लेकर वाद दायर किया गया था जिस पर न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश जारी कर मिट्टी दोहन पर रोक लगा दी गई थी लेकिन अवैध रूप से मिट्टी का दोहन करने वाले माफिया बिना किसी रूकावट के प्रतिदिन जेसीबी की सहायता से सैकड़ों ट्रेक्टर की ट्रोलिया भर कर निकाल रहे है।

एडवोकेट दाई लाल जाट ने बताया जून 2024 मे न्यायालय द्वारा तालाब के पेटे से मिट्टी निकालने पर पुनःरोक लगाई थी। स्थानीय तालाब का पेटा करीब 500 बीघा जमीन पर आता है और न्यायालय द्वारा दिए गए स्थगन मे बताया गया है की उक्त तालाब मेसे कोई भी मिट्टी का दोहन नहीं कर सकेगा और नहीं कोई भी तालाब पेटे मे कोई भी फ़सल की बुवाई कर सकेगा। तालाब का पानी मांडल और आसपास के गांव के खेतो मे सिचाई और पेयजल के ही काम मे लिया जायेगा। साथ ही जाट ने बताया इस बारे मे कई बार शिकायत भी की गई लेकिन किसी ने भी उस पर अमल नहीं किया इस कारण से ये लोग अवैध रूप से बिना किसी रूकावट के तालाब की मिट्टी को निकल रहे है कही ना कही प्रशासनिक तंत्र की मिला भक्ति और राजनीतिक संरक्षण के चलते अवैध रूप से काली मिट्टी दोहन करने वाले माफियाओं के हौसले बुलंद है ।

बसपा जिलाध्यक्ष रामेश्वर बैरवा ने कहा कि दिन रात काली मिट्टी से भरे ट्रेक्टर ट्रॉलियां कस्बे के भीम रोड गोपालद्वारा से होते हुए धोबनी नाडी मार्ग से जा रहे है इन ट्रैक्टरों की गति बहुत तेज होती हैं वही दिन रात निकलने से स्थानीय निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं इस बारे में कई बार स्थानीय प्रशासन और पुलिस को सूचना दी गई थी लेकिन उनके द्वारा किसी प्रकार का एक्शन नहीं लिया जाना उनकी मिली भगति के साथ कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।

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