जलझुलनी एकादशी पर नौगांवा सांवलिया सेठ देंगे श्रीनाथ रूप में दर्शन, निकलेगा बेवाण, सजेगी झांकियां

Update: 2024-09-13 13:24 GMT

भीलवाड़ा। नौगांवा सांवलिया सेठ मंदिर में जल झूलनी एकादशी पर भगवान के श्रीनाथजी रूप में झरोखे में दर्शन होंगे और मेला भरेगा। दर्शन के लिए गीत के माध्यम से भक्तों को पुकारा जाएगा। मेले की शुरुआत ठाकुर जी के अभिषेक व हवन से होगी। हवन में 21 दम्पति आहुतियां देंगे। ठाकुर जी का बेवाण निकाला जाएगा और प्रभु के विभिन्न रूपों की जीवंत झांकिया सजाई जाएगी। मंदिर व्यवस्था प्रबंधन प्रमुख गोविन्द प्रसाद सोडानी ने बताया कि इस दिन सुबह 6 बजे दुग्धाभिषेक, 8 बजे यज्ञ हवन होगा। आहुतियां गाय के घी व गोबर से बने कंडो के साथ दी जाएगी। यज्ञ विश्व शांति की कामना के लिए किया जाएगा। मेले को लेकर मंदिर की दूधिया रोशनी से सजावट व फूलों से श्रृंगार किया गया है।

झूला झूलने के लिए ठाकुर जी नौगांवा के तालाब पर गाजे बाजे व घोड़े, डीजे से जाएंगे। लगभग 108 कार्यकर्ता भारतीय वेशभूषा धोती कुर्ता पहने मेले की शोभा बढ़ाएंगे। मेले में गोशाला व सांवलिया सेठ से संबंधित कटआउट की झांकी भी रहेगी। आगरा के प्रसिद्ध कलाकारों की जीवंत झांकी, कल्पवृक्ष की परिक्रमा और हंसी के फ़व्वारे मेले की शोभा बढ़ाएंगे। मेवाड़ के प्रसिद्ध कारीगर मेरा वृन्दावन, कनक बिहारी, बाल गोपाल की क्रीड़ा, अयोध्या द्वार, घड़ियाल, कनक बिहारी, श्रीनाथजी और बछड़ा की झांकिया बनाएंगे।

मार्ग में आने वालों को तक़लीफ न हो इसके लिए पार्किंग व्यवस्था की गई है। बच्चों के लिए झूले, चकरी मेले में लगाई जाएगी। विभिन्न जिलों व सांवलिया मंडल शनिवार महाराज, इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर, सांवलिया सेठ मंडल गाडरमाला, बालाजी सांवलिया सेठ मंडल पुर से आने वाले पद यात्रियों के आवागमन पर उनका सम्मान किया जाएगा। सांवलिया सेठ मित्र मंडल, लघु उद्योग भारती, अखिलेश जाजू एन्ड पार्टी ने जलपान की व्यवस्था की। विभिन्न स्थानों सहित मंदिर परिसर में फलाहार व जलपान की व्यवस्था ट्रस्ट द्वारा की जा रही है।

गोमाता के साथ सेल्फी प्वाइंट के माध्यम से गो दर्शन गो परिक्रमा की विशेष व्यवस्था की गई है। विशेष रूप से मेले में दर्शनार्थियों को कपड़े के थैले उपलब्ध कराएंगे जिससे व भगवान ठाकुर जी के चढ़ावे में प्लास्टिक की थैली का उपयोग नहीं करेंगे साथ ही पंक्तिबद्ध सुव्यवस्थित अनुशासित दर्शन के लिए टीम लगायी जाएगी। कार्यक्रम को लेकर मदनलाल धाकड़, कैलाश डाड, गिरिराज काबरा, गोपाल सोमानी, लीलाधर अग्रवाल, बालचंद, रामस्वरूप अग्रवाल, गणपतसिंह नौगांवा सरपंच जुटे हुए हैं। सांवलिया सेठ का बजरंग बली रूप में भव्य श्रृंगार किया जा रहा है । मंदिर प्रांगण को वाटर प्रूफ किया जा रहा है । शुक्रवार को अखण्ड रामायण पाठ भक्तों ने एक से सफेद धोती कुर्ता पहन किया गया । 

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