साइबर ठगी का नया तरीका: फर्जी चालान लिंक से मिनटों में साफ हो रहा बैंक बैलेंस

Update: 2025-12-12 09:55 GMT

भीलवाड़ा । साइबर अपराधियों ने ऑनलाइन धोखाधड़ी का एक नया तरीका अपनाया है। वाहन चालकों को गैर सरकारी नंबरों से यातायात नियमों का उल्लंघन करने का हवाला देते हुए फर्जी चालान भेजे जा रहे हैं।

आरटीओ ई-चालान स्कैम के मामले बढ़े

प्रदेश में आरटीओ ई-चालान से जुड़े स्कैम के मामले सामने आ रहे हैं। अपराधी नकली ई-चालान के माध्यम से लोगों को डराकर व्यक्तिगत जानकारी और बैंक खातों से पैसे चुराने की कोशिश कर रहे हैं। लोग अक्सर फर्जी संदेश या लिंक के जाल में फंस जाते हैं।

 पुलिस की चेतावनी और कार्रवाई

पुलिस की साइबर क्राइम शाखा इस खतरे पर अंकुश लगाने के प्रयास कर रही है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस साइबर क्राइम विजय कुमार सिंह ने बताया कि अपराधी वाहन चालकों को गैर सरकारी नंबरों से यातायात नियमों का उल्लंघन करने के फर्जी चालान भेजते हैं। ठग इस संदेश के जरिए तुरंत भुगतान का दबाव बनाते हैं। फर्जी लिंक पर क्लिक करते ही व्यक्ति के बैंक खाते से पैसे निकलने का खतरा होता है।

 परिवहन विभाग की सलाह

परिवहन विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए मैसेज लिंक पर क्लिक न करें। वास्तविक चालान की जांच के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ई-चालान पेज पर पे ऑनलाइन पर क्लिक करें, कैप्चा कोड डालकर चालान विवरण प्राप्त करें। पुलिस और परिवहन के प्रवर्तन अमले द्वारा जब भी ई-चालान किया जाता है, तो संबंधित को पंजीकृत मोबाइल पर अधिकारिक संदेश भेजा जाता है।

फर्जी वेबसाइटों की पहचान

साइबर पुलिस ने फर्जी वेबसाइटों की पहचान के तरीके बताए हैं। नकली वेबसाइटें सरकारी वेबसाइटों से मिलते-जुलते डोमेन नामों का उपयोग करती हैं। स्क्रीन पर अचानक पेमेंट या किसी स्कीम का लाभ पाने के लिए क्लिक करने का संदेश आना भी फर्जी होने की निशानी है।

आमजन के लिए सुरक्षा टिप्स

साइबर क्राइम विभाग ने आमजन से अपील की है कि किसी भी अनजान नंबर से आए एसएमएस के लिंक पर क्लिक न करें। अपने बैंकिंग पासवर्ड, ओटीपी या अन्य व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें और अनजान नंबरों पर कॉल न करें। साइबर जागरुकता ही इस धोखाधड़ी से बचने का सबसे बड़ा हथियार है।

क्या मैं ऐसा कर दूँ?

Tags:    

Similar News