भगवान शिव के नाम से भूत प्रेत सहित बाधाएं दूर हो जाती -वैष्णव

गेंदलिया।- गेंदलियास में कथा के द्वितीय दिवस में कथावाचक घनश्याम वैष्णव महाराज श्री रामधाम बालाजी सरकार अरनिया धारडी जिला नीमच मध्यप्रदेश के मुखारविंद से शिव महापुराण कथा ॐ भगवान शिव के पांचों मुख मंडल से प्रकट हुआ पांचों तत्व जैसे जल अग्नि पवन धरा धाम जी सब में शिव जी का वास कुआं बावड़ी पेड़ पौधे आदि शिवालय की शोभा होती हे शिव जी की महिमा में कितने ही श्रद्धालु भक्त अभी श्रावण मास के महीने में कावड़ यात्रा का जल हरिद्वार गंगा जी से भी लेकर अपने अपने गांव शहरों में शिव जी का जलाभिषेक करते हे बोल भम बोल भम के जयकारों से भक्तों की थकान वहीं उतर जाती कथा में भोले नाथ से निराला कोई नहीं काया जब जब करवट बदले पाप चमकते अगले पिछले शिव जी के आंसू से ही रुद्राक्ष की उत्पति हुई एक मुख से लेकर चौदह मुखी रुद्राक्ष की महिमा का बखान किया चारों वर्णों को रुद्राक्ष धारण करने का विधान बताया रुद्राक्ष धारी को देख कर भूत प्रेत डाकिनी शाकिनी चुड़ैल आदि जो भी बाधाएं आती वो सब दूर हो जाती सिंगोली रा श्याम काला पर घणा रूपला हो म्हारा सिंगोली रा श्याम खूब भक्तों ने नृत्य किया