भीलवाड़ा कत्थक समारोह का दूसरा दिन दिल्ली व जयपुर के कलाकारों की शुद्ध कत्थक में हुई प्रस्तुतियां

भीलवाड़ा -
स्थानीय रमा कत्थक संस्थान भीलवाड़ा द्वारा आरसीएम समूह, एलएनजे समूह, ओस्तवाल समूह, अंकुर फर्नीचर के सहयोग से स्व. पं. राजकुमार जवड़ा स्मृति भीलवाड़ा कत्थक समारोह 2025 के दूसरे दिन आज दिनांक 20 अप्रैल 2025 को सांय 6 बजे से महाराणा प्रताप सभागार (टाऊन हॉल) नगर निगम में कत्थक समारोह कार्यक्रम के समापन की प्रस्तुतियां हुआ।
जानकारी देते हुये संस्था अध्यक्ष कैलाश पालिया ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक अशोक कोठारी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश मेहरा, टी.सी. छाबड़ा, जवाहर फाउण्डेशन के राकेश मानसिंहका, ओंकार लाल माली, एल.एन. डाड, नीतु ओस्तवाल, प्रियंका अग्रवाल, गोपाल आचार्य, महेन्द्र कुमार पारख ने दीप प्रज्ज्वलन कर कत्थक समारोह का शुभारंभ किया।
सचिव कत्थक गुरू रमा पचिसिया ने बताया कि रमा पचिसिया ने बताया कि कत्थक समारोह के दूसरे दिन देश के प्रतिष्ठित कलाकारों की प्रस्तुतियों में मुख्य रूप से भीलवाड़ा शहर की युवा नृत्यांगना मनस्वी पचिसिया द्वारा गुरू बिंदाधीन महाराज द्वारा रचित एवं पण्डित कन्हैयालाल जवड़ा द्वारा स्वरित ’’अष्टपदी’’ की सुन्दर प्रस्तुति मंे जयपुर घराने की थाठ, अंदाज आदि की विशेषताओं की प्रस्तुती हुई।
इसी श्रृंखला में जयपुर घराने के मुख्य युवा कलाकार जवड़ा बन्धु चेतन व भवदीप जवड़ा द्वारा गुरू वंदना ’’गुरू मेरे दीनो जग को सार’’ की सुन्दर प्रस्तुति मंे गुरू महिमा के साथ-साथ शुद्ध पारंपरिक, परन, क्लिट, बंदीशों की सुन्दर प्रस्तुति दी। दिल्ली से आये गौरव जवड़ा एवं हिमानी जवड़ा ने जयपुर व लखनऊ घराने की मिश्रित प्रस्तुति में तीन ताल में पारंपरिक उठान, थाठ, परन, तुकड़े, परमेलू के साथ-साथ गणेश परन की धु्रतलय मंे प्रस्तुती देकर दर्शकांे को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद दिल्ली से आये वरिष्ठ कत्थक गुरू अमित खींची द्वारा शिव स्तुति, ’’रंगीला शंभू’’ की सुन्दर प्रस्तुति में तीन ताल, धु्रतलय, तोड़े, टुकड़े, परन, परमेलू के साथ-साथ जयपुर घराने की पुरानी बंदिशे जिसमें चक्कर के साथ-साथ अन्य गुरू पण्डित सुन्दर प्रसाद, पं. जयलाल जी, पं. राजेन्द्र गंगानी द्वारा रचित सुन्दर प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पं. राजकुमार जवड़ा स्मृति ’’नृत्यदीप्ति’’ पुरूस्कार अंकिता राणावत को
संस्थान की सचिव रमा पचिसिया ने बताया कि इस वर्ष का स्व. पं. राजकुमार जवड़ा स्मृति ’’नृत्यदीप्ति’’ शहर की युवा कलाकार अंकिता राणावत को कत्थक के क्षैत्र में किये गये उल्लेखनीय योगदान के लिये सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
संगती कलाकार के रूप में मोहित गंगानी (तबला), रमेश मेवाल (गायन), मोहित चौहान (तबला), अमरूद्दीन खान (सारंगी), किशन कत्थक (सितार), सिद्धांत पुरोहित (पडंत) पर साथ दिया।
कार्यक्रम के अन्त में कत्थक समारोह में प्रस्तुति देने वाली सभी छात्राआंे को आमंत्रित अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अंत में संस्थान के अध्यक्ष कैलाश पालिया एवं सचिव रमा पचिसिया ने सभी कलाकारों एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।