हमीरगढ़ क्षेत्र में दिखा पैंथर, अलर्ट मोड पर वन विभाग

By :  vijay
Update: 2025-02-27 09:19 GMT
हमीरगढ़ क्षेत्र में दिखा पैंथर, अलर्ट मोड पर वन विभाग
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हमीरगढ़ (अलाउद्दीन मंसूरी) पहाड़ों के जंगलों में वन्य जीवों का दिखना आम है, लेकिन जब खतरनाक वन्यजीव आबादी के नजदीक दिखने लगे तो फिर समझिए खतरे की घंटी बजने वाली है l हमीरगढ़ में भी बीती रात कुछ ऐसा ही हुआ हैl जहां एक पैंथर ने लोगों की रातों की नींद उड़ा दी है l लोगों ने बताया कि बुद्धुवार को करीब रात 9- 10 बजे कस्बे के मंगरोप रोड़ के बीच आबादी वाले शक्कर मिल के आसपास तालाब की ओर तेंदुआ जाते देखा गया है l जिससे आसपास के लोगों में डर का माहौल बन गया l जिसके बाद वन विभाग को सूचना दी l आपको बता दे कि कुछ दिन पूर्व मंगरोप रोड आईटीआई कॉलेज के पास तेंदुआ होने का वीडियो वायरल हुआ था lजिसके बाद से ही वन विभाग अलर्ट मोड पर आ गया l वन विभाग के क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रशांत भट्ट ने बताया की वीडियो ईको पार्क की दीवार का ही है l लोगो को वन्यजीव से सतर्क रहने बाबत जागरूक किया जाकर बोर्ड भी लगाये जाएंगे। पुर्व मे संगम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डा. शाहदाब ने ईको पार्क में भ्रमण के दौरान पार्क मे बने वाटरहाल के पास मे पेन्थर व इसके साथ इसके छोटे बच्चौ के भी पगमार्क देखे गये। वनविभाग की टीम को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने इलाके में रात्रिकालीन गश्त बढ़ाई l लोगों को रात के समय तेंदुआ वाले एरिया से गुजरने की मनाही हैl ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो l विभाग के कर्मचारी इलाके में गश्त कर रही है l वनविभाग ने आसपास के इलाके में सूचना बोर्ड लगाने की तैयारी में जुटी है, ताकि लोग इस रास्ते से रात या दूसरे समय में गुजरते वक्त सावधानी बरतें l

*इको पार्क को प्राथमिक पर्यटक के रूप में विकसित करना*

भीलवाड़ा डीएफओ गौरव गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया हमीरगढ़ इको पार्क क्षेत्र में तेंदुए के होने का मूमेंट इको पार्क के लिए अच्छा संकेत है l क्षेत्र वासियों के लिए बहुत ही खुशी की बात है और कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात थी कि भीलवाड़ा जिले से 18 किलोमीटर हमीरगढ़ मंगरोप क्षेत्र में 5 हेक्टर में जंगल था जिसमें लेंथाना झाड़ियों के होने से परेशानी हो रही थी l आपके क्षेत्र के ग्रामीण एवं वन प्रेमियों के द्वारा हमारे तक सूचना पहुंचाई जिसके बाद पिछले 1 डेढ़ साल से इस समस्या के समाधान करने का प्रयास किया गया l जिसके कारण ईको पार्क में नीलगाय, चिंकारा आदि वन्य जीवों के विचरण में बढ़ावा है l जिस वजह से हमारा मुख्य उद्देश्य था कि नए कंजर्वेशन रिजर्व घोषित करवाया जाए ताकि यहां तेंदुए की मूवमेंट आए l और हम सभी को मिलकर इसे प्राथमिक पर्यटक के रूप में विकसित करना है l

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