भीलवाड़ा। संस्कृत व्याकरण शास्त्र के क्षेत्र में उल्लेखनीय शोध करने वाले डॉ. नरेन्द्र महर्षि पुत्र श्री सुरेश कुमार शास्त्री को गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद द्वारा विद्यावारिधि (Ph.D.) की उपाधि प्रदान की गई है। यह शोधकार्य संस्कृत विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो. मयूरी भाटिया के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
डॉ. महर्षि मूलतः ग्राम रामपुरा, तहसील पावटा (कोटपूतली–बहरोड़) के निवासी हैं। उनकी यह उपलब्धि न केवल परिवार, अपितु पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बनी हुई है।
संस्कृत शास्त्रों के प्रति गहरी रुचि रखने वाले डॉ. नरेन्द्र महर्षि वर्तमान में राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय, हमीरगढ़ (भीलवाड़ा) में व्याकरण शास्त्र के प्राध्यापक पद पर कार्यरत हैं। शास्त्रीय व्याकरण की परंपरा को आधुनिक शोध दृष्टि से जोड़ने वाला उनका शोध संस्कृत के विद्वत जगत में सराहना प्राप्त कर रहा है। डॉ. महर्षि की इस उपलब्धि पर उनके गांव रामपुरा सहित पूरे क्षेत्र में प्रसन्नता व्यक्त की जा रही है।