सांवरिया सेठ ने धारण की केसरिया पोशाक, मेवाड़ी पगड़ी और सतरंगी लहरिए में दिए मनोहारी दर्शन
भीलवाड़ा । जिले की आस्था के केंद्र श्री सांवरिया सेठ मंदिर नौगांवा में शुक्रवार, पौष मास कृष्ण पक्ष की अष्टमी के पावन पर्व पर, प्रभु का अत्यंत अलौकिक और राजसी श्रृंगार किया गया। सेठजी के मनमोहक दर्शन पाने के लिए सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। सांवरिया सेठ को आज केसरिया रंग की विशेष पोशाक धारण कराई गई। यह पोशाक अत्यंत कलात्मक ढंग से तैयार की गई है, जिसमें सुनहरे गोटा-किनारी का काम भक्तों को बरबस ही अपनी ओर खींच रहा था। पोशाक की मुख्य विशेषता इस पर बनी हुई दो सुंदर मयूर की आकृतियाँ थीं, जो प्रभु के सौंदर्य में आध्यात्मिक दिव्यता का समावेश कर रही थीं।
उनके शीश पर मेवाड़ी पगड़ी सुशोभित थी, जिसके ऊपर सतरंगी लहरिया की छटा बिखर रही थी, जो राजस्थान की पारंपरिक शान और रंगों के उल्लास को दर्शाती है। इस पाग पर लगा सफेद तुर्रा कलंगी उनके राजसी स्वरूप को और तेजस्वी बना रहा था। पंडित प्रकाश शर्मा, दीपक आनंद पाराशर ने बताया कि मस्तक पर लगा केसर-चंदन का तिलक और कानों के कुंडल सेठजी की तेजस्विता को बढ़ा रहे थे। गले में धारण किए गए मोतियों के हार और कंठा भक्तों को सांवरिया सेठ के प्रति श्रद्धा अर्पित करने के लिए प्रेरित कर रहे थे। श्रृंगार के उपरांत हुई मंगला आरती में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और प्रभु से सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष गोविंदा प्रसाद सोडानी ने बताया कि अष्टमी के कारण दर्शनार्थियों की संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक रही।