जनसुनवाई बनी तमाशा न अधिकारी पहुंचे न ही माइंस के लिए आवेदन करने वाले

गंगरार बोरदा ग्राम के अटल सेवा केन्द्र पर सोमवार को माइंस को लेकर एक जनसुनवाई आयोजित होनी थी। जो तमाशा बनकर रह गई जिसे लेकर आम जन में खासा विरोध देखने को मिला। हाल ही में चाइना क्ले माइंस के लिए कुछ लोगों द्वारा प्रदूषण नियंत्रण मंडल चंदेरिया में आवेदन किया गया। जिसे लेकर सोमवार को ग्राम पंचायत बोरदा मुख्यालय भवन पर अतिरिक्त जिला कलक्टर चित्तौड़गढ़ की अध्यक्षता में जनसुनवाई का आयोजन रखा गया। इस जनसुनवाई का आयोजन सोमवार प्रातः काल 11 बजे होना निर्धारित था। जनसुनवाई की जानकारी मिलते हैं प्रातः ही बोरदा एवं आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में ग्रामीण लोग जनसुनवाई में भाग लेने हेतु ग्राम पंचायत भवन पहुंचे। वही 11:30 बाद भी शिविर स्थल पर ना तो टेंट लगा ना ही पंचायत भवन का ताला खुला और तो और आयोजक एवं अधिकारी भी नहीं पहुंचे। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल चंदेरिया के अधिकारियों की उपस्थिति में यह जनसुनवाई आयोजित होनी थी। एवं जनसुनवाई में गंगरार से भी अधिकारी इस जनसुनवाई में पहुंचने वाले थे। पर्यावरण स्वीकृति हेतु लोक सुनवाई के लिए हाल ही में आम सूचना का प्रकाशन किया गया था। जिसके अंतर्गत गंगरार क्षेत्र में बोरदा ग्राम में मैसर्स श्री नाथ माइंस द्वारा प्रस्तावित चाइना क्ले एण्ड मेसनरी स्टोन (क्वार्टजाइट) क्लस्टर खनन परियोजना के लिए जनसुनवाई का कार्यक्रम निर्धारित किया गया।
वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों ने इसे लेकर अपना विरोध प्रदर्शन किया ग्रामीणों ने कहा कि किसी भी हालत में यहां पर माइंस का कार्य प्रारंभ नहीं होने देंगे।
जहां एक और सरकार पर्यावरण को बेहतर बनाने हेतु लाखों रुपए खर्च करके युद्ध स्तर पर पेड़ पौधे लगा कर क्षेत्र को हरा-भरा कर रही है। एक पौधा मां के नाम पर लगाया जा रहा है ग्रामीण लोगों ने इस क्षेत्र में बड़ी तादाद में पेड़ पौधे लगाए हैं और चारों ओर हरियाली छा रही है वहीं दूसरी ओर पूंजीपति अपने निजी स्वार्थ के लिए यहां पर माइंस चलाना चाहते है। जिससे बड़ी संख्या में पेड़ों को धराशाही किया जाएगा। जो ग्रामीण लोगों को किसी भी शर्त पर स्वीकार नहीं है। अगर उसके बावजूद भी माइंस की स्वीकृति प्रदान होती है तो ग्रामीण लोग जिला कलेक्टर पहुंचकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे।
ग्रामीणों ने कहा कि जिस स्थल का चयन किया गया है वहां पर सैकड़ो पेड़ पौधे लगे हुए हैं साथ ही पहाड़ी पर माता जी का मंदिर स्थित है जो लोगों में आस्था का केंद्र है 12 गांव के लोग माता जी के नाम पर एकत्रित होंगे। साथ ही चारागाह भूमि पर गांव के पशु अपना पेट भरते हैं। जनसुनवाई में ना तो चित्तौड़ से अधिकारी आए ना ही गंगरार से कुछ ग्रामीण प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ गाड़ियां बोरदा में बस स्टैंड के समीप और कुछ लोगों से बातचीत करके पुनः लोट गई।
और दिनभर ग्राम पंचायत पर ताला लगा रहा। सुबह सवेरे सरपंच एवं सचिव ग्राम पंचायत मुख्यालय पहुंचे वही ग्रामीणों ने जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए ग्राम पंचायत के मुख्य दरवाजे पर ताला जड़ दिया। जानकारी में आया कि पहले से ही बोरदा क्षेत्र में से ही दो माइंसे चल रही है। और अब अन्य माइंसे भी शुरू होने वाली है। प्रशासन गांव वालों को अंधेरे में रखकर कार्य प्रारंभ करना चाहता है। जो गांव वालों को स्वीकार नहीं है।
ज्ञात हो हाल ही में उपखंड क्षेत्र के कांसेडी ग्राम में भी इसी प्रकार की जनसुनवाई का आयोजन किया गया था। जनसुनवाई को लेकर आयोजक ने पहाड़ी पर टेंट लगाए और चाय पानी नाश्ते की व्यवस्था की थी। जिसका भी ग्रामीण लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। मजेदार बात तो यह थी कि जनसुनवाई की जानकारी आम लोगों को नहीं थी। जैसे-जैसे जनसुनवाई की जानकारी आमजन को हुई तो लोग मौके पर पहुंचे और जनसुनवाई का जमकर विरोध किया। इस दौरान भी न तो जिला मुख्यालय से न ही उपखंड मुख्यालय से अधिकारी जनसुनवाई में पहुंचे।
उपखंड अधिकारी पंकज कुमार बडगूजर
ने जानकारी देते हुए बताया कि कानून व्यवस्था के कारण जन सुनवाई स्थगित किया गया है।
इस अवसर पर सरपंच प्रतिनिधि पप्पू गुर्जर ,महेंद्र जोशी, स्ट मोर्चा के भाजपा मंडल अध्यक्ष परमेश्वर मीना चारभुजा मंदिर कमेटी युवा अध्यक्ष देवीलाल गुर्जर, सत्य नारायण ओझा,बूथ अध्यक्ष शंकर पहलवान, कालूराम माली, गोपाल गुर्जर मीठू गोस्वामी आदि उपस्थित थे।