नाहरगढ़ के ग्रामीणों ने बेरा ग्राम पंचायत में शामिल करने पर ज्ञापन देकर किया विरोध

माण्डल, : ग्राम नाहरगढ़ के निवासियों ने प्रस्तावित ग्राम पंचायत पुनर्गठन के खिलाफ उपखंड अधिकारी मांडल के मार्फत जिला कलेक्टर को आपत्तियाँ प्रस्तुत की हैं। ग्रामीणों ने माँग की है कि उनके गाँव को नवगठित ग्राम पंचायत बेरा में शामिल करने के बजाय वर्तमान ग्राम पंचायत लेसवा में ही रखा जाए।
जिला कलेक्टर के आदेश (क्रमांक: परावि/पुनर्गठन/2025/67106-67113, दिनांक 07 अप्रैल 2025) के अनुसार, नाहरगढ़ को बेरा ग्राम पंचायत में शामिल करने का प्रस्ताव है। ग्रामीणों का कहना है कि यह बदलाव उनकी दैनिक ज़रूरतों और आवागमन के लिए असुविधाजनक होगा।
ग्रामीणों की मुख्य चिंताएँ:
दूरी का अंतर: ग्राम पंचायत लेसवा नाहरगढ़ से केवल 4.5 किमी दूर है, जबकि बेरा 9 किमी दूर है। बरसात में कच्चे रास्ते और नाले आवागमन को मुश्किल बना देते हैं।
सुविधाओं की उपलब्धता: लेसवा में मिनी बैंक, जीएसएस, और रोज़मर्रा की ज़रूरतों की दुकानें आसानी से उपलब्ध हैं, जो बेरा में सीमित हैं।
परिवहन की कमी: बेरा के लिए कोई सार्वजनिक परिवहन सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिससे ग्रामीणों को परेशानी होगी।
परामर्श की कमी: ग्रामीणों ने बताया कि पुनर्गठन से पहले उनकी राय नहीं ली गई।