बिजौलिया में 200 साल पुराने शमशान घाट पर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ ग्रामीणों का ज्ञापन

Update: 2025-12-22 09:03 GMT

बिजौलिया  (दीपक राठौड़)। उपखंड के सतकुडिया ग्राम में 200 वर्ष से अधिक पुराने शमशान घाट की भूमि पर अवैध अतिक्रमण को लेकर आज ग्रामवासियों ने उपखंड अधिकारी अजीत सिंह राठौड़ को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने शमशान की भूमि को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज करने और अवैध अतिक्रमण रोकने की मांग की।

सतकुडिया के आराजी नंबर 389 में स्थित इस शमशान का उपयोग गाँव के लोग दशकों से कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी कई बार अधिकारियों से निवेदन किया गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कुछ रसुकदार व्यक्तियों और भूमाफियाओं ने शमशान की भूमि पर कब्जा कर लिया है और कुछ हिस्सों पर अवैध खनन भी किया जा रहा है।

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि शमशान के पास बिजली विभाग ने लीज एग्रीमेंट वाली खान की बिजली आपूर्ति के लिए एक ट्रांसफार्मर जबरन और अनधिकृत रूप से लगा दिया है। उनका कहना है कि यदि समय रहते शमशान की भूमि को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया गया, तो रसुकदार और भूमाफिया पूरे शमशान पर कब्जा कर अवैध खनन शुरू कर देंगे, जिससे राज्य सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान होगा और शमशान का नामोनिशान भी समाप्त हो जाएगा।

ग्रामीणों ने मांग की है कि आराजी नंबर 389 में स्थित शमशान की भूमि को शमशान के नाम पर सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए और अवैध खनन तथा बिजली विभाग द्वारा लगाए गए अवैध ट्रांसफार्मर के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।

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