पूर्व विधायक विवेक की मौत का मामला- पत्नी पदमिनी ने एसपी से लगाई गुहार, बोली- ससुर व ननदें बयान बदवाने के लिए डाल रही है दबाव
न्याय के लिए दर-दर भटक रही पत्नी व बेटी, पिता ने पुत्रवधू पर न्यायालय में दर्ज कराया मामला
भीलवाड़ा बीएचएन। पूर्व विधायक विवेक धाकड़ की पत्नी पदमिनी ने पति की मौत की निष्पक्ष जांच जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत से करते हुये आरोप लगाया कि ससुर व ननदें, बयान बदलवाने के लिए उस पर दबाव डाल रही है और मौत को दुर्घटना बताने का प्रयास कर रही है। इससे सहमत नहीं होने पर उसे बेटी सहित मारपीट कर घर से निकाल दिया गया।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर पत्रकारों से बात करते हुये पूर्व विधायक विवेक धाकड़ की पत्नी पदमिनी ने कहा कि कल उसके और बेटी के साथ मारपीट की तो उन्होंने पुलिस को बुला लिया। पुलिस दोनों ही पक्षों को थाने ले गई, जहां समझाइश की, लेकिन वह जब घर लौटी तो उनके साथ अभद्रता की ओर घर से निकाल दिया। पदमिनी ने कहा कि उसने पुत्री के साथ पूरी रात घर के पास मंदिर में बिताई है और अब तक खाना भी नहीं खाया। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि घटना वाले दिन रात्रि में उनके पति विवेक व ससुर के बीच लोकसभा चुनाव के दौरान होने वाले खर्चे को लेकर मारपीट और कहासुनी हुई है।
यह बात धाकड़ की पुत्री ने उसे बताई। पदमिनी ने एक बड़ा आरोप यह भी लगाया कि उनकी सास की मौत भी प्रताडऩा से हुई है। उन्होंने कहा कि मुझे न्याय चाहिये। पति की मौत की निष्पक्ष जांच हो और रहने के लिए व्यवस्था की मांग भी पदमिनी ने उठाई है। महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रेखा हिरण ने कहा कि मां-बेटी को न्याय मिलना चाहिये। उन्होंने दोनों की मदद की पहल की बात करते हुये कहा कि उनके भोजन और रहने की व्यवस्था करेंगी।
पुत्रवधू पर लगाए गंभीर आरोप संपत्ति और पावर हड़पने की चाल
दूसरी तरफ विवेक धाकड़ के पिता कन्हैया लाल धाकड़ ने अपनी न्यायालय के माध्यम से किस प्रकार तैयार किया है जिसमें विवेक की पत्नी पद्मिनी पर गंभीर आरोप लगाया गया है उन्होंने पद्मिनी पर विवेक की संपत्ति और राजनीतिक विरासत हड़पने की साजिश रचने के आरोप लगाते वह कहां की पुलिस भी इस मामले में दो बार रिपोर्ट देने के बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है उन्होंने पद्मिनी और उसकी बहनों से इच्छा लोगों को आरोपी बनाते हुए न्यायालय से न्याय की गुहार की है।
इस जगह से में पूर्व जिला प्रमुख कन्हैयालाल धाकड़ ने अपने पुत्रवधू पर यह आप भी लगे कि उसने कभी अपने परिवार और समाज की परंपराओं को नहीं निभाया और नहीं विवेक की मौत के बाद उसे श्रद्धांजलि दी और अन्य कार्यक्रमों में वो शामिल हुई।