सेंसेक्स 105 अंक फिसला, निफ्टी 24200 से नीचे
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों को लेकर चिंता के बीच कमजोर वैश्विक बाजार रुख के अनुरूप मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी में दो दिन की तेजी थम गई और ये गिरावट के साथ बंद हुए।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 105.79 अंक या 0.13 प्रतिशत गिरकर 80,004.06 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 311.18 अंक या 0.38 प्रतिशत गिरकर 79,798.67 अंक पर आ गया था। एनएसई निफ्टी 27.40 अंक या 0.11 प्रतिशत गिरकर 24,194.50 अंक पर आ गया।
अल्ट्राटेक सीमेंट और अदाणी पोर्ट्स में गिरावट, एशियन पेंट्स-इंफोसिस में बढ़त
सेंसेक्स के 30 शेयरों वाले शेयरों में अल्ट्राटेक सीमेंट, अदाणी पोर्ट्स, सन फार्मा, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टूब्रो और पावर ग्रिड सबसे ज्यादा गिरावट में रहे। एशियन पेंट्स, इंफोसिस, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और रिलायंस इंडस्ट्रीज सर्वाधिक लाभ में रहे।
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की इस टिप्पणी से उत्पन्न चिंताओं के कारण वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट आई कि 20 जनवरी को पदभार ग्रहण करते ही वे मैक्सिको, कनाडा और चीन पर नये टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं।
बीएसई सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल
सोमवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में हुए बंद
एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो और शंघाई में गिरावट दर्ज की गई जबकि हांगकांग में तेजी रही। यूरोपीय बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए। अदाणी समूह के सभी शेयरों में गिरावट रही, जिसमें अडानी ग्रीन एनर्जी में 7.05 प्रतिशत की गिरावट आई। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.71 प्रतिशत बढ़कर 73.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
एनएसई निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर ये रहे
सोमवार को बेंचमार्क शेयर सूचकांक में तेजी आई, जिसमें भाजपा द्वारा महाराष्ट्र में शानदार प्रदर्शन करने, रिकॉर्ड संख्या में सीटें जीतने और पार्टी के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को भारी जीत दिलाने से मदद मिली।
सोमवार को बीएसई का सेंसेक्स 992.74 अंक या 1.25 प्रतिशत बढ़कर 80,109.85 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 314.65 अंक या 1.32 प्रतिशत बढ़कर 24,221.90 अंक पर बंद हुआ था। पिछले कई दिनों से जारी बिकवाली के बाद सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने खरीदारी की। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, उन्होंने 9,947.55 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।