सर्दियों में जलाने की लकड़ी 78 रुपये प्रति क्विंटल महंगी, लोगों की बढ़ी चिंता; अब ये रहेंगे दाम
अब सर्दियों में जलाने के लिए बालन (जलाने की लकड़ी) महंगा मिलेगा। इसके दामों में 78 रुपये प्रति क्विंटल और व्यावसायिक मूल्य में 124 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बढ़ोतरी की गई है। इससे पूर्व क्षेत्र की समस्याओं को लेकर दो जनप्रतिनिधि पांच दिन तक भूख हड़ताल पर बैठे रहे। इस दौरान प्रदेश सरकार की ओर से एसडीएम ने उन्हें आश्वस्त किया था कि बालन के दामों में कटौती की जाएगी। इसके बावजूद दो दिन के बाद ही वन निगम प्रबंधन ने बालन के दामों में बढ़ोतरी कर दी है। इसके लिए बाकायदा अधिसूचना भी जारी की गई है। बताया जा रहा है कि इसकी भनक लगते ही पंचायत प्रतिनिधियों ने फिर हड़ताल पर बैठने का मन बना लिया है।
जनजातीय क्षेत्र पांगी की 19 पंचायतों में 30,000 की आबादी गुजर-बसर करती है। सर्दियों के मौसम में अत्यधिक बर्फबारी के चलते छह माह तक जनजातीय क्षेत्र पांगी का देश-दुनिया से संपर्क कट जाता है। ऐसे में यहां के लोग अपने घरों में ही कैद हो जाते हैं। लोग अपने घरों में बालन जलाकर समय गुजारते हैं। पूर्व में पांगी घाटी के लोगों को मिलने वाली बालन की सब्सिडी ही खत्म कर दी गई। उसके बाद अब बालन के दामों में 78 रुपये तक की बढ़ोतरी होना उनकी चिंताओं को बढ़ाने का काम कर रहा है।
इन दामों पर मिलेगी अब लकड़ी
व्यावसायिक में होटल व्यवसायी, सरकारी कर्मचारी, दुकानदारों को 1,772 रुपये प्रति क्विंटल की दर से लकड़ी मिल रही थी। इसमें अब 214 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। यह अब 1,896 रुपये प्रति क्विंटल की दर से मिलेगी। लोगों को पूर्व में 1,510 रुपये प्रति क्विंटल की दर से लकड़ी मिल रही थी। इसमें 78 रुपये की बढ़ोतरी होने से बालन 1,588 रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा।
बालन के दामों में हर वर्ष होती है बढ़ोतरी : रघुराम
पांगी स्थित वन निगम के डिपो प्रभारी वन रक्षक केवल ठाकुर ने बताया कि कॉरपोरेशन की ओर से बालन के दाम बढ़ाए गए हैं। इसके आदेश उनके पास भी पहुंच गए हैं। बालन अब नई दरों से मिलेगा। वन निगम के जिला प्रबंधक एम रघुराम ने बताया कि निगम की ओर से व्यावसायिक तौर पर बालन खरीदने पर 124 रुपये जबकि, आम उपयोग के लिए बालन खरीद पर 78 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बढ़ोतरी की गई है। हर वर्ष बालन के दामों में बढ़ोतरी होती है।