दिल्ली में पीएम मोदी और शरद पवार में दिखी शानदार कैमिस्ट्री, क्या बिगड़ेगा राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे का गणित?
नई दिल्ली/मुंबई : दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NCP (SP) प्रमुख शरद पवार के लिए एक खास सम्मान दिखाया। इससे वहां मौजूद सभी लोग काफी प्रभावित हुए। दोनों के हावभाव, भाषण, एक-दूसरे के साथ दोस्ताना तरीके से पेश आना चर्चा का विषय बन गया। पीएम मोदी ने शरद पवार को सहज महसूस कराने की पूरी कोशिश की। पीएम ने RSS के बारे में बात की और पवार ने राम मंदिर का जिक्र किया, जिसने लोगों का ध्यान खींचा।
प्रधानमंत्री 98वें अखिल भारतीय मराठी सम्मेलन के उद्घाटन पर पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, शरद पवार और अन्य बड़े नेता भी उपस्थित थे।
जमकर हुई तारीफ, बजी तालियां
कार्यक्रम का एक वीडियो भी सामने आया । इस वीडियो में पीएम मोदी 84 वर्षीय पवार को कुर्सी पर बैठने में मदद करते हुए दिखाई दे रहे हैं। पीएम मोदी ने न सिर्फ पवार को आराम से बैठने में मदद की, बल्कि उन्हें पानी का गिलास भी दिया। यह देखकर दर्शकों ने तालियों से उनका अभिनंदन किया।
क्या बोले पीएम मोदी
बहुत लंबे समय बाद मोदी जी ने किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में RSS के बारे में बात की। मोदी जी ने कहा, 'यह गर्व की बात है कि महाराष्ट्र की महान धरती पर एक मराठी भाषी व्यक्ति ने 100 साल पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नींव रखी थी। आज हम इसकी शताब्दी मना रहे हैं। यह संगठन बरगद के पेड़ की तरह बढ़ा और फला-फूला है। RSS की वजह से ही उनका मराठी भाषा और मराठी परंपराओं से जुड़ाव हुआ।'
राम मंदिर पर बोले शरद पवार
शरद पवार ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का जिक्र किया। पवार ने कहा कि जीडी माडगुलकर की मराठी में लिखी गई गीत रामायण, जिसे सुधीर फड़के ने गाया है, बहुत लोकप्रिय हुई है। हालांकि दोनों नेता अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराओं से हैं, लेकिन उनके बीच गहरी दोस्ती साफ दिखाई दे रही थी।
कुछ दिन पहले शरद पवार ने शिंदे का किया था सम्मान
यह घटना कुछ हफ़्ते पहले दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में शरद पवार के एकनाथ शिंदे को सम्मानित करने के बाद हुई है। इससे उनके सहयोगी दल शिवसेना (UBT) ने काफी नाराजगी जताई थी। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट ने दावा किया था कि इस कदम से मराठी लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री को महाराष्ट्र का दुश्मन भी बताया था।
शरद पवार ने एकनाथ शिंदे की तारीफ भी की थी
शरद पवार ने ठाणे, नवी मुंबई और मुंबई में एकनाथ शिंदे के महत्वपूर्ण योगदान की भी प्रशंसा की थी। शरद पवार ने कहा था, 'ठाणे, नवी मुंबई और मुंबई के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए मजबूत और निरंतर नेतृत्व की आवश्यकता है। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सवलाराम पाटिल और रंगनेकर जैसे नेताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और एकनाथ शिंदे ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।'
पीएम मोदी के व्यवहार ने किया कायल
पीएम मोदी का पवार के प्रति आदर भाव देखकर लोग हैरान भी हुए और खुश भी। राजनीति में कई बार मतभेद होते हैं, लेकिन ऐसे मौके बताते हैं कि नेताओं के बीच व्यक्तिगत सम्मान बना रह सकता है। यह घटना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोगों का कहना है कि इससे राजनीति में एक सकारात्मक संदेश जाता है। भले ही विचारधाराएं अलग हों, लेकिन एक-दूसरे के प्रति सम्मान बनाए रखना ज़रूरी है। यह एकता और सद्भावना का प्रतीक है। आने वाले समय में ऐसे और भी उदाहरण देखने को मिलें, यही उम्मीद है।