अमित शाह ने हर ग्राम पंचायत में सहकारी संस्था बनाने का एलान, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को जीडीपी में तीन गुना बढ़ाने का लक्ष्य
अहमदाबाद
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए हर ग्राम पंचायत में एक सहकारी संस्था स्थापित की जाएगी। उनका लक्ष्य है कि सहकारी क्षेत्र का देश के सकल घरेलू उत्पाद में योगदान तीन गुना बढ़ाया जाए और देशभर में 50 करोड़ से अधिक सक्रिय सहकारी सदस्य हों।
शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर महात्मा मंदिर में नाबार्ड और इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सहयोग से आयोजित "एम्पावरिंग रुरल इनोवेशन फॉर ग्लोबल चेंज" अर्थ समिट का उद्घाटन किया।अमित शाह ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भारत की इकोनॉमी में सबसे बड़ा योगदान देने वाला क्षेत्र बनाने के लिए ऐसे सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने महात्मा गांधी के कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि भारत के विकास की कल्पना गांवों को नजरअंदाज करके कभी नहीं की जा सकती। उन्होंने यह भी कहा कि स्वतंत्रता के बाद लंबी अवधि तक कृषि, पशुपालन और सहकारी क्षेत्र की अनदेखी की गई। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया।
शाह ने बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने, छोटे नवाचारों के माध्यम से नागरिकों की सुविधा बढ़ाने और सहकारी क्षेत्र में तकनीकी सुधार लाना है। इस कार्यक्रम में 10,000 प्रतिनिधि, 1,200 कारपोरेट, 500 से अधिक विशेषज्ञ, 300 स्टार्टअप और 30 से अधिक वर्कशॉप्स और मास्टर क्लास आयोजित किए गए।उन्होंने बताया कि तकनीक के बिना सहकारी क्षेत्र का विकास संभव नहीं है। छोटी सहकारी संस्थाएं सॉफ्टवेयर और डेटा स्टोरेज में सक्षम नहीं हैं, इसलिए नाबार्ड ने इनके लिए "सहकार सारथी पोर्टल" तैयार किया है। यह पोर्टल ग्रामीण, जिला और शहर की सहकारी संस्थाओं को एक छत के नीचे लाकर उन्हें तकनीक, लीगल दस्तावेज और केवाईसी जैसे कामकाज में मदद करेगा।अमित शाह ने यह भी कहा कि देश में 49 लाख किसानों ने प्राकृतिक खेती अपनाई है। उनके उत्पादन की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार भारत ऑर्गेनिक और अमूल ऑर्गेनिक के साथ मिलकर एक लेबोरेटरी नेटवर्क तैयार कर रही है।यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और सहकारी क्षेत्र को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।