आगामी 5 वर्षों में 52 जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करेगा भारत, 27,000 करोड़ रुपये का आएगा खर्च

Update: 2024-10-12 10:53 GMT

नई दिल्रली। भारत अगले 5 वर्षों में 52 जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करने जा रहा है। जिसका उद्देश्य चीन और पाकिस्तान की गतिविधियों पर नजर रखना है। ISRO के सूत्रों से दी जानकारी की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने 7 अक्टूबर को स्पेस बेस्ड सर्विलांस (SBS-3) प्रोग्राम के तीसरे चरण को मंजूरी दी। ऐसे में अब ये सैटेलाइट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित होंगे और 36,000 किमी की ऊँचाई पर एक-दूसरे से संवाद कर सकेंगे।

27 हजार करोड़ का है बजट

52 सैटेलाइट्स के लॉन्च में लगभग 27,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इनमें से 21 सैटेलाइट इसरो द्वारा और 31 प्राइवेट कंपनियों द्वारा तैयार किए जाएंगे। सभी सैटेलाइट्स AI बेस्ड होंगे और ये एक-दूसरे के साथ कम्यूनिकेशन कर सकेंगे। 2001 में अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत के स्पेस बेस्ड सर्विलांस (SBS) मिशन की शुरुआत की थी, जिसमें पहले चार सैटेलाइट लॉन्च किए गए थे। इसके बाद 2013 में SBS 2 मिशन के तहत 6 सैटेलाइट्स लॉन्च हुए।

भारतीय सेना के लिए तीन प्रमुख सैटेलाइट हैं:

1. GSAT-7 (रुक्मिणी): इसरो ने 2013 में भारतीय नौसेना के लिए लॉन्च किया।

2. GSAT-7A (एंग्री बर्ड): 2018 में भारतीय एयर फोर्स के लिए इसे लॉन्च किया गया।

3. GSAT-7 (आर्मी): 2023 में भारतीय सेना के लिए इसे मंजूरी दी गई, जिसे 2026 तक अंतरिक्ष में स्थापित किया जा सकता है।

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