दिल्ली में 2.08 लाख मतदाता पहली बार वोट करेंगे; गर्भवती महिलाओं को मिलेगी खास सुविधा; बड़ी बातें
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें पर चुनाव आयोग ने तारीखों का एलान कर दिया है। दिल्ली में एक चरण में विधानसभा चुनाव होंगे। पांच फरवरी को मतदान होगा। जबकि आठ फरवरी को मतगणना होगी।
विपक्ष द्वारा लगातार विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वोटर लिस्ट में हेरफेर करने के आरोपों और ईवीएम पर उठाए गए सवालों पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सभी आरोप निराधार हैं। हमेशा सूची में कुछ नामों को जोड़ा जाता है और कुछ को हटाया जाता है। वोटर हटाने पर पूरी प्रक्रिया का पालन होता है। राजनीतिक दलों की सहमति से ही वोटर लिस्ट अपडेट होती है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "हर गांव में हर पोलिंग स्टेशन पर जो भी ड्राफ्ट रोल है उसकी कॉपी पब्लिश की जाती है। बिना पर्सनल हेयरिंग के नाम नहीं कट सकता है। दो फीसदी से अधिक के नाम कटने से एआरओ और आरओ जाकर खुद चेक करते हैं।"
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने ईवीएम पर बोलते हुए कहा, "ईवीएम पर सब जवाब होने के बाद भी कहा गया कि इसे मैनिपुलेट किया जा सकता है। वोटर टर्नआउट 5 बजे के बाद बढ़ जाता है। कई इलाकों में वोटर बढ़ गए। राजीव कुमार ने कहा कि काउंटिंक में मिसमैच हो गया, कहीं कम गिन लिए, कहीं ज्यादा गिन लिए गए। सभी सवालों का जवाब आज देंगे।"
चुनाव आयुक्त ने कहा, "चुनाव से पहले नई बैटरी डाली जाती है। उसी दिन उसे सील की जाती है। जिस दिन पोलिंग डे होता है उस दिन सील पोलिंग एजेंट के सामने तोड़ी जाती है। मॉक पोल किया जाता है। पोलिंग एजेंट रिकॉर्ड रखते हैं, कौन आया कौन गया। किसमें कितने वोट पड़े इसकी संख्या उनको दी जाती है। काउंटिंग के दिन भी पूरी प्रक्रिया दोहराई जाती है। फॉर्म 17 सी से मिलान होता है। उसके बाद बाद पांच रेंडमली सिलेक्टेड वीवीपैट की गिनती भी की जाती है। सारी चीजों को बहुत बार चैलेंज किया गया है। माननीय हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ईवीएम रद्द नहीं किया जा सकता है। इसके खिलाफ कोई पुख्ता नहीं नहीं है।"
EVM से छेड़छाड़ के आरोप निराधार
मुख्य चुनाव अधिकारी राजीव कुमार ने कहा कि EVM मतगणना के लिए पूर्णतया सुरक्षित हैं। EVM से छेड़छाड़ के आरोप निराधार हैं, हम अब इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि चुनाव के समय हम नहीं बोलते, VVPAT प्रणाली वाली EVM मतदान प्रणाली की सटीकता सुनिश्चित करती है। पुराने पेपर बैलट की वापसी अनुचित और प्रतिगामी है। इसका उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को पटरी से उतारना है।
'मतदान प्रतिशत को बदलना असंभव'
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि मतदाता मतदान प्रतिशत को बदलना असंभव है। कुछ मतदान दल आधी रात या अगले दिन रिपोर्ट देते हैं। मतगणना से पहले फॉर्म 17सी का मिलान किया जाता है। ऐसा कुछ भी नहीं है जो वीटीआर स्पष्ट न करे। यह पूरी तरह से स्पष्ट करता है।
फॉर्म सात के बिना नाम नहीं हटाया जा सकता: चुनाव आयोग
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि भारतीय मतदाता बेहद जागरूक हैं। मतदाता सूचियों को लेकर अब भी कहानियां चल रही हैं। करीब 70 सीटें हैं। जिसमें राजनीतिक दल और उम्मीदवार हमारे साथ रहते हैं, जितने भी दावे और आपत्तियां आती हैं। उन्हें सभी राजनीतिक दलों के साथ साझा किया जाता है। फॉर्म सात के बिना नाम नहीं हटाया जा सकता।
वोटर लिस्ट से नाम हटाने के आरोपों पर चुनाव आयोग
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "हर गांव में हर पोलिंग स्टेशन पर जो भी ड्राफ्ट रोल है उसकी कॉपी पब्लिश की जाती है। बिना पर्सनल हेयरिंग के नाम नहीं कट सकता है। दो फीसदी से अधिक के नाम कटने से एआरओ और आरओ जाकर खुद चेक करते हैं।"
राजनीतिक दलों को ईसी ने दी चेतावनी
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि लोग मतदान अधिकारियों को धमकाने की हद तक भी चले जाते हैं, लेकिन हम खुद को नियंत्रित रखते हैं क्योंकि इससे समान अवसर का अभाव होता है। स्टार प्रचारकों और राजनीतिक अभियानों में शामिल लोगों का कर्तव्य है कि वे शिष्टाचार का ध्यान रखें। अगर कोई महिलाओं के बारे में कुछ कहता है, तो हम बहुत-बहुत कठोर व्यवहार करेंगे, यह हमारी चेतावनी है।
2.08 लाख फर्स्ट टाइम वोटर
मुख्य चुनाव अधिकारी राजीव कुमार ने कहा कि "दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं, कुल 1.55 करोड़ मतदाता है, जिसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख है, महिला मतदाताओं की संख्या 71.74 लाख है और युवा मतदाताओं की संख्या 25.89 लाख है। पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 2.08 लाख हैं।
यहां करें एमसीसी उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज
चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार का चुनाव टेकपावर्ड होगा। शिकायत के लिए सीविजिल होगा। इसके जरिए एमसीसी उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज करें। वहीं सुविधा पोर्टल पर राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को अभियान संबंधी अनुमति के लिए सुविधा प्रदान की गई है।
बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुविधा
चुनाव में 85 साल से ज्यादा आयु वाले और दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान की सुविधा होगी। मतदान केंद्रों पर स्वयंसेवक, व्हीलचेयर और रैंप होगी। वोटर हेल्पाइन एप से चुनावी जानकारी की खोज को आसान होगा।
गर्भवती महिलाओं के लिए लगेगी कतारों में बेंच
बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए कतारों में बेंच लगी होगी। इस बार 13,000 से ज्यादा मतदान केंद्र होंगे और 100 फीसदी वेबकास्टिंग होगी।
दिल्ली में 1.55 करोड़ से ज्यादा मतदाता पंजीकृत हैं। कोई भी पात्र नागरिक जो अभी तक पंजीकृत नहीं है, वह नामांकन की अंतिम तिथि से 10 दिन पहले तक पंजीकरण करा सकता है।
दिल्ली में इस तरह है चुनाव कार्यक्रम
चुनाव की अधिसूचना- 10 जनवरी
नामांकन की आखिरी तारीख- 17 जनवरी
नामांकन पत्रों की जांच- 18 जनवरी
नाम वापसी का अंतिम दिन- 20 जनवरी
मतदान की तारीख- 5 फरवरी
मतगणना की तारीख- 8 फरवरी