दुष्कर्म के आरोपी ने थाने के लॉकअप में लगाई फांसी, थाना प्रभारी समेत तीन हटाए गए
आपके द्वारा साझा की गई खबर मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के सिरोंज तहसील के दीपनाखेड़ा पुलिस थाने से जुड़ी एक सनसनीखेज घटना पर आधारित है। यह घटना 16 सितंबर 2025 (मंगलवार) को सुबह हुई, जो हाल की ही है। मैंने इसकी पुष्टि के लिए उपलब्ध समाचार स्रोतों की जांच की, और यह खबर वास्तविक प्रतीत होती है। नीचे घटना का संक्षिप्त सारांश, पृष्ठभूमि और पुलिस कार्रवाई का विवरण दे रहा हूँ:
घटना का सारांश
आरोपी का विवरण: आरोपी का नाम देशराज अहिरवार (उम्र 45 वर्ष) था, जो मोहनपुर कला गाँव का निवासी था। उसके खिलाफ 13 सितंबर 2025 को उसी गाँव की एक महिला ने मारपीट (मारपीट) और दुष्कर्म (रेप) की शिकायत दर्ज कराई थी।
गिरफ्तारी: शिकायत के एक दिन बाद, 15 सितंबर 2025 (सोमवार) शाम को पुलिस ने देशराज को गिरफ्तार कर लिया और दीपनाखेड़ा थाने के लॉकअप में बंद कर दिया।
आत्महत्या: मंगलवार सुबह (लगभग 4 से 6 बजे के बीच) आरोपी ने लॉकअप के रोशनदान (वेंटिलेशन गैप) का सहारा लेकर अपने पायजामे से फंदा बनाया और फांसी लगा ली। उस समय उसे कोर्ट में पेश करने की तैयारी चल रही थी।
स्थान: दीपनाखेड़ा पुलिस थाना, सिरोंज तहसील, विदिशा जिला, मध्य प्रदेश।
पुलिस की कार्रवाई
विदिशा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) रोहित काशवानी ने घटना को प्रारंभिक तौर पर पुलिस की लापरवाही माना।
थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल हटा दिया गया है। यह कदम लॉकअप की निगरानी में चूक को दर्शाता है।
आगे की जांच चल रही है, जिसमें पोस्टमॉर्टम और आत्महत्या के कारणों की पड़ताल शामिल है
