9 साल बाद पाकिस्तान जाएंगे भारतीय विदेश मंत्री, जानें क्या है जयशंकर के दौरे का मकसद
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों की तल्खी किसी से छिपी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में केवल दो ही चर्चित अवसर रहे हैं जब देश का शीर्ष नेतृत्व पड़ोसी देश पाकिस्तान के दौरे पर गया हो। पहला अवसर खुद पीएम मोदी की यात्रा थी जब वे पहले कार्यकाल में अचानक तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पास पहुंचे थे। इसके बाद तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान दौरा किया था। दिसंबर, 2009 में सुषमा के पाकिस्तान दौरा करने के बाद एक भी ऐसा मौका नहीं आया जब भारत का केंद्रीय मंत्री या शीर्ष नेतृत्व पाकिस्तान के दौरे पर गया हो। अब आगामी 15-16 अक्तूबर को विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर पाकिस्तान जाने वाले हैं। यह मौका लगभग नौ साल यानी 106 महीने बाद आ रहा है।
भारत के अलावा इन देशों के नेता भी पाकिस्तान पहुंचेंगे
दरअसल, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को बताया कि इस्लामाबाद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री जयशंकर करेंगे। उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री जयशंकर के पाकिस्तान दौरे पर एक प्रतिनिमंडल साथ जाएगा। बता दें कि इस्लामाबाद में एससीओ समिट आगामी 15-16 अक्तूबर को प्रस्तावित है। शंघाई सहयोग संगठन की इस बैठक में भारत और पाकिस्तान के अलावा कजाखस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान के शीर्ष नेता भी शरीक होंगे।