अजित गुट के खफा भुजबल, शरद पवार के साथ एक मंच पर दिखेंगे; पुराने शिकवे दूर होने के संकेत

By :  vijay
Update: 2025-01-02 14:36 GMT

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के दल- NCP के कद्दावर नेता और कथित तौर पर मंत्री न बनाए जाने से असंतुष्ट छगन भुजबल उनके चाचा शरद पवार के साथ मंच साझा कर सकते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को पुणे में एक समारोह के दौरान भुजबल पवार के साथ दिख सकते हैं। खबरों के मुताबिक भुजबल इसलिए खफा हैं क्योंकि राज्य की सियासत में उनके कद की अनदेखी की गई और देवेंद्र फडणवीस की सरकार में उन्हें कोई मंत्री पद नहीं मिला।

खबरों के मुताबिक असंतुष्ट नेता छगन भुजबल सावित्रीबाई फुले की जयंती के अवसर पर पुणे में एक समारोह में एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार के साथ मंच साझा करेंगे। बीते 15 दिसंबर को फडणवीस के शपथ ग्रहण के बाद भुजबल ने अजित पवार पर निशाना साधा था। उन्होंने मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने पर कहा था कि फडणवीस एनसीपी कोटे से उन्हें अपने मंत्रिमंडल में रखना चाहते थे, इसके बावजूद उन्हें कोई पद नहीं मिला।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पुणे के चाकन में आयोजित कार्यक्रम में भुजबल-पवार के अलावा अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के दिलीप वाल्से पाटिल सहित कई अन्य नेताओं के शामिल होने की भी उम्मीद है। भुजबल इस कार्यक्रम में फुले की एक प्रतिमा का अनावरण करने वाले हैं।

दरअसल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वयोवृद्ध राजनेता शरद पवार की पार्टी दो फाड़ हो चुकी है। भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी दो गुटों में बंटी जिसे निर्वाचन आयोग ने भी दो दलों के रूप में मान्यता दी। शरद पवार के हिस्से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-SP) आई, जबकि विधायकों के समर्थन के कारण अजित पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मिली। कभी छगन भुजबल शरद पवार के करीबी रहे, लेकिन पार्टी के दो गुटों में बंटने के बाद उन्होंने अजित का दामन थाम लिया।

अजित खेमे में जाने के कारण भुजबल सुर्खियों में रहे, लेकिन विधानसभा चुनाव 2024 के बाद मंत्री न बनाए जाने के कारण उनका असंतोष भी महाराष्ट्र की सियासी गलियारों में चर्चा का केंद्र बना रहा। अब सावित्रीबाई फुले की जयंती पर दोनों कद्दावर नेताओं- शरद पवार और भुजबल के एक मंच पर आने की घटना पर सबकी नजरें टिकी हैं।

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