विदेश दौरे के दौरान राहुल गांधी पर दूतावास की नजर, सैम पित्रोदा के बयान से मचा सियासी हलचल

Update: 2025-12-26 09:39 GMT

नई दिल्ली |इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (IOC) के प्रमुख और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने चौंकाने वाले दावे किए हैं। एक इंटरव्यू के दौरान सैम पित्रोदा ने कहा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के विदेश दौरों पर नजर रखी जाती है। उनके इस बयान को राहुल के हालिया जर्मनी दौरे के संदर्भ में देखा जा रहा है। बता दें कि राहुल के जर्मनी पहुंचने के बाद पहली तस्वीर सैम पित्रोदा के हवाले से ही सामने आई थी।

राहुल गांधी से मिलने से बचने की सलाह

सैम पित्रोदा ने राहुल की निगरानी को लेकर जो दावा किया है, इस संबंध में उन्होंने भारतीय दूतावास के अफसरों को कटघरे में खड़ा किया है। बकौल सैम पित्रोदा, राहुल गांधी जब भी विदेशी सरजमीं पर होते हैं, संबंधित भारतीय दूतावास के अधिकारी कांग्रेस सांसद पर नजर रखते हैं। कई बार हालात यहां तक पहुंच जाते हैं कि विदेशी नेताओं को राहुल गांधी से न मिलने या मुलाकात से परहेज करने को भी कहा जाता है। राहुल संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान जर्मनी क्यों गए? इस सवाल पर सैम पित्रोदा ने कहा, विदेश यात्रा अचानक नहीं होती। महीनों पहले से कार्यक्रम बनने लगते हैं। योजनाएं पहले से ही तय हो जाती हैं।

होटल से लेकर एयरपोर्ट तक रहते हैं लोग, बैठकों में भी...

बकौल सैम पित्रोदा, उन्होंने खुद भारतीय दूतावास के अधिकारियों को राहुल की गतिविधियों पर नजर रखते देखा है। होटल, बैठक और यहां तक कि एयरपोर्ट पर भी लोग देखते रहते हैं। प्रमाण के सवाल पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, उनके पास लिखित सबूत नहीं हैं, लेकिन ऐसा करना सरकार की तरफ से जासूसी कराए जाने जैसा काम है। बकौल पित्रोदा, वे अपने अनुभव के आधार पर नजर रखे जाने का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस ऐसी हरकतों से डरने वाली नहीं है।

संवेदनशील विषयों पर बेबाक बयान

कांग्रेस की आलोचना करने वाले सत्ताधारी खेमे के बयानों और आरोपों को गलत बताते हुए सैम पित्रोदा ने इस साक्षात्कार के दौरान भारत में मौजूदा लोकतांत्रिक परिदृश्य, बदले की भावना के साथ संस्थानों का कथित तौर पर गलत इस्तेमाल जैसे संवेदनशील विषयों पर भी बेबाकी से अपने विचार रखे।

विदेश दौरे की टाइमिंग पर सवाल होते रहेंगे

उन्होंने संसद की उपेक्षा जैसे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, राहुल के जर्मनी दौरे का मकसद प्रगतिशील गठबंधन की बैठक में शामिल होना था। इसमें लगभग 110 देशों के लोकतांत्रिक राजनीतिक दल शरीक होते हैं। बकौल सैम पित्रोदा, भारत में अधिकांश मौकों पर अहम राजनीतिक-सामाजिक गतिविधियां होती रहती हैं। ऐसे में यात्रा या विदेश दौरे की टाइमिंग पर सवाल उठाए जाते रहेंगे।

क्या राहुल की सोच भारत विरोधी?

भाजपा अक्सर राहुल गांधी पर देशविरोधी बयान देने के आरोप लगाती है। इस पहलू पर सैम पित्रोदा ने कहा, आजकल आप भारत में जो कुछ भी कहते हैं, उसके वैश्विक मायने होते हैं। विदेशी सरजमीं पर कही गई बातों को राष्ट्रीय राजनीति और देशहित से जोड़ा जाता है। उन्होंने कहा, 'सच देश में बोलें या विदेश में, सत्य ही रहता है। इसे लेकर दोहरे मानदंड नहीं होने चाहिए।'

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