भीलवाड़ा । श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट द्वारा आयोजित साप्ताहिक रामायण पाठ के क्रम में रविवार को आर.सी. व्यास कॉलोनी स्थित शिवाजी गार्डन के पास भक्ति की अविरल धारा बही। श्री शांति लाल जी पोरवाल के निवास स्थान पर आयोजित इस कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।
सत्संग से ही जीवन का कल्याण: संत धर्मानंद महाराज
कार्यक्रम में विशेष रूप से पधारे संत धर्मानंद महाराज के प्रवचनों ने भक्तों को भाव-विभोर कर दिया। 'सत्संग की महिमा' पर प्रकाश डालते हुए महाराज ने कहा कि मानव जीवन में सत्संग वह सीढ़ी है जो सीधे परमात्मा तक ले जाती है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार बिना जल के मछली का जीवन संभव नहीं, उसी प्रकार बिना सत्संग के विवेक की जागृति संभव नहीं है।
अनोखी रही रामायण अंत्याक्षरी और सामूहिक चालीसा
दोपहर 2:30 बजे से शुरू हुए इस आयोजन में रामायण की चौपाइयों का गायन सामूहिक रूप से किया गया। कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र रही 'रामायण पर आधारित अंत्याक्षरी', जिसमें भक्तों ने अपनी जिज्ञासा और ज्ञान का परिचय दिया। इसके पश्चात सामूहिक हनुमान चालीसा के पाठ से पूरा वातावरण "जय श्री राम" के जयकारों से गूँज उठा।
व्यवस्थाओं में जुटे रहे पदाधिकारी
पाठ प्रभारी शिवप्रकाश लाठी ने बताया कि मंडल का उद्देश्य घर-घर तक रामायण के संस्कारों को पहुँचाना है। प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडाणी ने जानकारी दी कि पोरवाल परिवार के आतिथ्य में आयोजित इस पाठ में शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आए भक्तों ने धर्म लाभ लिया। शाम 5 बजे महाआरती और प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का गरिमामय समापन हुआ।