इमरजेंसी’ पर चली सेंसर बोर्ड की कैंची, अब 3 कट और 10 बदलाव के साथ रिलीज होगी फिल्म

Update: 2024-09-08 13:47 GMT

बहुप्रतीक्षित फिल्म इमरजेंसी को फाइनली सेंसर बोर्ड ने हरी झंडी दिखा दी है. पिछले दिनों सिख समुदाय द्वारा फिल्म को लेकर जताई गई आपत्ति के बाद सिखों ने फिल्म को बैन करने की मांग की थी. इसके बाद मामला हाई कोर्ट में गया और वहां सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेशन ना मिलने पर फिल्म को पोस्टपोन कर दिया गया था. अब सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने फिल्म में 3 कट और 10 बदलाव के साथ फिल्म को ‘UA’ सर्टिफिकेट देकर रिलीज करने की इजाजत दे दी है.

  कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी में दिखाए गए विवादित बयानों पर सेंसर बोर्ड ने फैक्ट्स पेश करने के लिए कहा है. दरअसल, CBFC का कहना है कि मेकर्स को इस फिल्म में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड मिल्हौस निक्सन की भारतीय महिलाओं के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के भारतीयों को खरगोशों की तरह प्रजनन करने वाले बयानों के सोर्स पेश करने होंगे.

सीबीएफसी ने मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को 10 बदलावों की लिस्ट भेजी है, जिनके अधिकतर ऐसे सीन्स हैं, जिन पर सिख समुदायों की तरफ से आपत्ति जताई गई है. बता दें कि फिल्म के एक दृश्य में पाकिस्तानी सैनिकों को बांग्लादेश शरणार्थियों में से बच्चों और महिलाओं के सिर को कट्टा हुआ दिखाया गया है. सेंसर बोर्ड ने इस सीन पर भी आपत्ति जताई है. बोर्ड की मांग है कि या तो मेकर्स फिल्म के इस सीन को बदल दे या फिर पूरी तरह से डिलीट कर दें.

कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी के एक डायलॉग पर भी सेंसर बोर्ड ने कैची चलाई है, जिसमें फिल्म के एक डायलॉग में इस्तेमाल किए गए सरनेम को हटाने के लिए कहा गया है. साथ ही फिल्म में दिखाए गए रिसर्च रिफ्रेंस और डेटा के लिए फैक्चुअल सोर्स के बारे में बताने की भी सलाह दी गई है. जिसमें बांग्लादेशी शरणार्थियों की जानकारी, अदालती फैसलों की डिटेल्स और ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ के आर्काइवल फुटेज के इस्तेमाल किए जाने की इजाजत शामिल है

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