मां के सशक्त किरदार को दर्शकों से मिलती है सराहना

Update: 2025-05-11 12:25 GMT
मां के सशक्त किरदार को दर्शकों से मिलती है सराहना
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मुंबई,  बॉलीवुड के फिल्मकारों ने मां के सशक्त किरदार को अपनी फिल्मों में बखूबी तरीके से पेश किया है और कई बार ऐसा भी हुआ है कि मां के सशक्त किरदार से ही फिल्में दर्शकों को आकर्षित करने में सफल रही हैं।

कभी मां को समर्पित, कभी सकारात्मक, कभी संघर्षशील तो कभी दोस्ताना रूप में सिल्वर स्क्रीन पर प्रजेंट किया है। किरदार अंदाज चाहे जो भी रहा हो, लेकिन इन सभी ऑनस्क्रीन मां ने हमेशा अपनी अलग छाप छोड़ी है। कई बार तो फिल्मों में इनके किरदार ने ही सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। फिल्ममेकर्स ने मां के अर्थ को काफी बेहतर तरीके से पर्दे पर उतारने की कोशिश की है।

बॉलीवुड में जब भी मां के किरदार का जिक्र होता है तो निरूपा राय का नाम जरूर आता है। इस तरह से उन्हें फिल्म जगत की आइडल मां माना जाता है। इसके अलावा उन्हें अमिताभ बच्चन की ऑनस्क्रीन मां भी कहा जाता है। उन्होंने कई फिल्मों में अमिताभ की मां की भूमिका अदा की है। खासतौर पर फिल्म ‘दीवार’, ‘खून पसीना’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’

’अमर अकबर एंथनी’,’सुहाग’, जैसी फिल्मों में अमिताभ की मां का बेहतरीन रोल निभाया है।

कौन भूल सकता है वर्ष 1957 में प्रदर्शित फिल्म ‘मदर इंडिया’ में नरगिस की भूमिका को। इस फिल्म में नरगिस ने सुनील दत्त और राजेन्द्र कुमार की मां की भूमिका को जीवंत किया था। इस फिल्म में नरगिस ने एक ऐसी मां का किरदार निभाया जो अपने पुत्र के अन्याय करने पर उसे जान से मारने से भी नहीं हिचकती है। इस फिल्म में नरगिस को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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