बूंदी में राजस्व विभाग की बड़ी लापरवाही, 8 साल पहले मृतक को बताया ‘जिंदा’: फर्जी नोटिस, जुर्माना और फसल नीलामी का मामला रघुनाथपुरा गांव में सामने आया
बूंदी। जिले के रघुनाथपुरा गांव में राजस्व विभाग की गंभीर लापरवाही और फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। तहसीलदार ने 8 साल पहले निधन हो चुके व्यक्ति इंद्रजीत को ‘अतिक्रमी उपस्थित’ बताकर जमीन पर कब्जा करने का दोषी मान लिया और जुर्माना, बेदखली व फसल नीलामी के आदेश जारी कर दिए।
**कैसे हुआ फर्जीवाड़ा**
रघुनाथपुरा निवासी इंद्रजीत का मृत्यु प्रमाणपत्र 17 अक्टूबर 2015 का है। इसके बावजूद 13 फरवरी 2024 को नैनवां तहसीलदार ने सरकारी 2 बीघा जमीन पर उनके अतिक्रमण का नोटिस जारी किया और एक महीने में जमीन खाली करने को कहा।
12 मार्च 2024 को तहसील के आदेश में लिखा गया—“पत्रावली पेश हुई। अतिक्रमी उपस्थित। अतिक्रमण करना पाया गया।” 8 साल पहले मृत व्यक्ति को उपस्थित मानकर जुर्माना और बेदखली का आदेश जारी किया गया।
**पटवारी ने मृतक के ‘दस्तखत’ भी बना दिए**
तहसीलदार के आदेश पर पटवारी हल्का दुगारी ने नीलामी की फर्द रिपोर्ट और बेदखलनामा तैयार किया। इसमें मृतक इंद्रजीत के दस्तखत तक दर्ज कर दिए गए, जबकि पंचायत रिकॉर्ड में उनकी मृत्यु 2016 में दर्ज थी।
**ग्राम सभा में मामला उजागर**
प्रताप नारायण मीणा की शिकायत पर पंचायत समिति की साधारण सभा में मामला सामने आया। प्रधान पदम नागर ने नाराजगी जताई और सवाल किया—“जिंदा लोगों के काम नहीं हो रहे, मरे हुए कैसे पेश हो गए?” तहसीलदार कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
**पटवारी और तहसीलदार ने क्या कहा**
पटवारी दीपक शर्मा ने गलती स्वीकार की और कहा यह ‘भूलवश’ हुआ। नैनवां तहसीलदार राम राय मीणा ने बताया कि पटवारी को नोटिस दिया गया है और नायब तहसीलदार को जांच सौंपी गई है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रताप नारायण मीणा ने कहा—“8 साल से मृतक को भी जिंदा बता कर जुर्माना और फर्जी नीलामी करना राजस्व विभाग की घोर लापरवाही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
