छोटे एवं मझौले अखबारों के काम में आने वाली सामग्री को जीएसटी से मुक्त करने की मांग

जयपुर, एसोशिएशन ऑफ़ स्माल एंड मीडियम न्यूजपेपर्स ऑफ़ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव दत्त चंदोला ने लोकतंत्र के हित में छोटे और मझौले अखबारों को बचाना बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए इन अखबारों के काम में आने वाली आवश्यक सामग्री को जीएसटी से मुक्त करने और ऐसे अखबारों को नियमित तौर पर सरकारी विज्ञापन जारी करने की मांग की है।
श्री चंदोला शनिवार को जयपुर में एसोशिएशन ऑफ़ स्माल एंड मीडियम न्यूजपेपर्स ऑफ़ इंडिया (असमनी) के 31वें राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए सरकार से यह मांग की। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि वर्तमान दौर में खास तौर पर छोटे और मझौले समाचार पत्रों का प्रकाशन करना बहुत मुश्किल हो गया है। आज ऐसे अखबार अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जबकि सरकार की ओर से उन्हें बहुत कम समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि छोटे और मझौले अखबार नियमित तौर पर आम जनता के संपर्क में रहते हैं और कई अवसरों पर उन्होंने सरकार और जनता के बीच एक सेतु की भूमिका निभाई है। इन अर्थों में छोटे और मझौले अखबार सही मायनों में लोकतंत्र के प्रहरी हैं लेकिन सरकार के निर्णयों ने उनकी मुश्किलों को बढ़ा दिया है।