रामपुरा आगूचा माइंस में वाइण्डिंग इंजन प्रणाली के सुरक्षित संचालन एवं रखरखाव विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

Update: 2024-11-20 11:36 GMT

खान सुरक्षा महानिदेशालय, उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के तत्वावधान में हिंदुस्तान जिंक, रामपुरा आगूचा माइंस द्वारा भूमिगत खदानों में वाइण्डिंग इंजन प्रणाली के सुरक्षित संचालन एवं रखरखाव विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में विभिन्न वक्ताओं द्वारा शीर्षक से सम्बंधित जानकारियाँ, वर्तमान चुनौतियाँ एवं कार्यप्रणाली, सम्भावित निवारण, आदि के विषय में व्यापक चर्चा की गयी। कार्यशाला की शुरुआत में खान सुरक्षा महानिदेशालय, उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के उपमहानिदेशक आर.टी. माण्डेकर ने ऑनलाइन जुड़कर कार्यशाला की सफलता के लिये शुभकामनायें दी।

स्वागत उदबोधन रामपुरा-आगूचा इकाई प्रमुख सचिन देशमुख ने दिया। कार्यशाला की अध्यक्षता खान सुरक्षा महानिदेशालय, उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के निदेशक-यांत्रिकी जे.पी. वर्मा ने की। उन्होंने कहा कि भूमिगत खदानों में वाइण्डिंग इंजन प्रणाली की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये बनायी गयी नियमावलियों का अक्षरसः पालन करना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही विभिन्न विशेषज्ञ संस्थानों द्वारा समय-समय पर सुरक्षा मानकों और आवश्यक सुधारों की समीक्षा की जानी चाहिये।

कार्यशाला के दौरान खान सुरक्षा महानिदेशालय, उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के उपनिदेशक-यांत्रिकी संकेत तोषनीवाल और खान सुरक्षा महानिदेशालय, उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के उपनिदेशक-विद्युत दुरई कन्नू ने विभिन्न केस स्टडी के माध्यम से प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन किया।

कार्यशाला के दौरान हिन्दुस्तान जिंक की सिन्देसर खुर्द, राजपुरा-दरीबा, जावर और रामपुरा-आगूचा खदानों के अतिरिक्त हिन्दुस्तान कॉपर की खेतड़ी और कोलिहान माइंस के प्रतिभागियों ने अपनी-अपनी खदानों के वाइण्डर प्रणाली के विषय में विस्तृत जानकारी साझा की और कार्यशाला में उपस्थित विशेषज्ञों से सुधार के लिये सुझाव भी प्राप्त किये। कार्यशाला में स्वीडन से ए बी बी ग्लोबल टेक्नोलॉजी के विशेषज्ञों ने ऑनलाइन तरीके से जुड़कर विश्व में उपयोग की जा रही एडवांस तकनीकों के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा पश्चिम बंगाल से आई ऊषा मार्टिन की टीम ने भी विषय से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी।

कार्यशाला में हिंदुस्तान जिंक रामपुरा आगूचा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर कुमार, जावर इकाई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राम मुरारी, राजपुरा-दरीबा से संजय शर्मा के अतिरिक्त उपेन्द्र शर्मा, सुफल मल्होत्रा, बसंत किशोर माहंता, विजय गोयल, संदीप गुप्ता, गुरुराज, रवि बाबेल, अखिलेश कुमार, रामा थोटा, भास्कर, निशांत, अनिल चैधरी के अतिरिक्त बड़ी संख्या में यांत्रिकी अभियंता, विद्युत अभियंता, खनन अभियंता, वाइण्डर ऑपरेटर्स, खान कर्मचारी, आदि मौजूद थे। आभार रामपुरा-आगूचा खदान अभियांत्रिकी प्रमुख डी एन श्याम प्रसाद ने माना। कार्यशाला का संचालन परख जैन और आशुतोष पाठक ने किया।

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