चित्तौडगढ . देहली गेट, छीपा मोहल्ला अशरफी चौक स्थित हजरत सैय्यद सरदार अहमद अकेडमी मे 20वॉ जश्ने आमदे रसूल का 10 रोजा जलसा मनाया जा रहा है।
मोहम्मद शाहिद अशरफी ने बताया कि जलसे मे नुरूद्दीन बस्तवी ने नातिया कलाम पेश किया और सज्जादानशीन मोलाना मोहम्मद उमैर अशरफी ने तकरीर मे फरमाया कि पेगम्बर इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब सल-लल्लाहो अलेहे वसल्लम 12 रबीउल अव्वल शरीफ बरोज पीर (सोमवार) को सुबह सादीक के वक्त मक्का शरीफ में तशरीफ़ लाए। आपको अल्लाह तआला ने दोनों जहॉ के लिये रहमत बनाकर भेजा। आपके आने से लोगों मे इन्सानियत पैदा हुई, इस्लाम में औरतों को इज्जत मिली, बेवाओं औरतों को समाज में सम्मान मिला और लडकी पैदा होने को अल्लाह की रहमत बताया। आपने अपने अख्लाक और किरदार से लोगों को जीने का तरीका सिखाया, आपने अल्लाह तआला का पेगाम सुनाया। लोगो मे रहमदिली भाईचारगी और अमन का पेगाम दिया , आपने लोगों को तालीम दी और शिक्षा की अहमीयत बताई, आपने बताया कि अल्लाह तआला उस पर रहम (दया) नही करता जो लोगों पर रहम नही करता आपने लोगों को बताया कि मैं अल्लाह का आखरी पेगम्बर हूं और सारे जहॉ के लिये रहमत बनकर आया हूं इसलिये सारा गम भुलाकर हम सब बडी अकीदत से जश्ने ईद मिलादुन्नबी (जन्मदिन) मनाते हैं।
इस मौके पर मोलाना मोहम्मद जुनेद अशरफी, हाफिज जावेद साहब, बिलाल खान, शाहीद अशरफी, अशरफ भाटी, आवेश छीपा, अब्दुल हमीद मंसुरी, यूसुफ छिपा व कई लोग मौजुद रहे।जलसे का समापन 3 सितम्बर को होगा जिसमें मोलाना मोहम्मद उमेर अशरफी ने अपने मुल्क हिन्दुस्तान व राज्य और शहर के अमनों अमान भाईचारे की खुसूसी दुआ करेंगे।